Palm Oil Import: खाद्य तेलों का रिकॉर्ड तोड़ आयात कर रहा भारत, जानें क्या है वजह
अप्रैल के दौरान भारत के पाम ऑयल के आयात में भारी उछाल आया है। यह सालाना आधार पर 34.11 प्रतिशत बढ़कर 684000 टन हो गया। सॉल्वेंट एक्सट्रैक्टर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया (SEA) ने मंगलवार को कहा कि पाम ऑयल की वैश्विक कीमतों में गिरावट आई है जिसके चलते भारत में आयात बढ़ा है। आइए जानते हैं कि पूरी खबर क्या है।
पीटीआई, नई दिल्ली। भारत में अप्रैल के दौरान पाम ऑयल के आयात में भारी उछाल आया है। यह सालाना आधार पर 34.11 प्रतिशत बढ़कर 6,84,000 टन हो गया। सॉल्वेंट एक्सट्रैक्टर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया (SEA) ने मंगलवार को कहा कि पाम ऑयल की वैश्विक कीमतों में गिरावट आई है, जिसके चलते भारत में आयात बढ़ा है।
कीमतों में गिरावट से बढ़ा आयात
व्यापार मंडल SEA ने एक बयान में कहा कि अप्रैल में भारत के कुल 13,04,409 टन खाद्य तेल आयात में पाम तेल की हिस्सेदारी 52 प्रतिशत थी। इसमें सूरजमुखी और सोयाबीन तेल का आयात 6,20,315 टन था।
अप्रैल में गैर-खाद्य तेलों सहित कुल वनस्पति तेल आयात 26 प्रतिशत बढ़कर 13,18,528 टन हो गया, जो एक साल पहले 10,50,189 टन था। SEA का कहना है कि ग्लोबल मार्केट में पाम ऑयल की कीमतों में काफी नरमी आई है। यह पिछले महीने तकरीब 100 डॉलर प्रति टन तक घट गई।
सोयाबीन-सूरजमुखी का घटा भाव
वैश्विक स्तर पर सोयाबीन तेल की भाव 40 डॉलर प्रति टन गिर गया। वहीं, सूरजमुखी तेल की कीमत पिछले महीने में 15 अमेरिकी डॉलर प्रति टन कम हो गई। इस वजह से भारतीय कारोबारियों ने आयात बढ़ा दिया।क्रूड पाम ऑयल (CPO) का शिपमेंट 36 प्रतिशत बढ़कर 3,93,856 टन से अधिक 5,36,248 टन हो गया। वहीं, क्रूड पाम कर्नेल ऑयल का आयात 3,990 टन से लगभग 6 गुना बढ़कर 23,618 टन हो गया।