पशुपति कुमार पारस ने संभाला food processing ministry का कार्यभार, पहले नरेंद्र सिंह तोमर के पास था मंत्रालय
पारस पहले लोक जनशक्ति पार्टी की बिहार इकाई का नेतृत्व करते थे और मौजूदा समय में इसके अलग हुए गुट के राष्ट्रीय अध्यक्ष हैं। पारस ने 1978 में अपने पैतृक खगड़िया जिले के अलौली से जनता पार्टी के विधायक के रूप में अपनी राजनीतिक पारी शुरू की।
By NiteshEdited By: Updated: Thu, 08 Jul 2021 04:21 PM (IST)
नई दिल्ली, पीटीआइ। दिवंगत केंद्रीय मंत्री और लोजपा के संस्थापक रामविलास पासवान के भाई पशुपति कुमार पारस ने गुरुवार को खाद्य प्रसंस्करण मंत्रालय का कार्यभार संभाल लिया। बिहार के हाजीपुर निर्वाचन क्षेत्र से लोकसभा सदस्य पारस को बुधवार को नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार में कैबिनेट मंत्री के रूप में शामिल किया गया और उन्हें food processing ministry आवंटित किया गया। यह विभाग पहले केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर के पास था। प्रहलाद सिंह पटेल ने food processing उद्योग राज्य मंत्री के रूप में भी कार्यभार संभाला।
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केंद्र सरकार देश भर में कई मेगा फूड पार्क विकसित कर रही है, जिसका उद्देश्य रोजगार पैदा करना और food process के लिए बाजार का विस्तार करना है। चार दशकों से अधिक के अनुभव वाले राजनेता पारस ने अपने करियर का ज्यादातर समय अपने दिवंगत भाई रामविलास पासवान की छाया में बिताया है। हालांकि, हाल के समय में पासवान के बेटे चिराग पासवान से पारस की नहीं बन रही है और दोनों एक दूसरे के खिलाफ बगावत पर उतर आए हैं।
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पारस पहले लोक जनशक्ति पार्टी की बिहार इकाई का नेतृत्व करते थे और मौजूदा समय में इसके अलग हुए गुट के राष्ट्रीय अध्यक्ष हैं। पारस ने 1978 में अपने पैतृक खगड़िया जिले के अलौली से जनता पार्टी के विधायक के रूप में अपनी राजनीतिक पारी शुरू की। इस सीट का प्रतिनिधित्व पूर्व में उनके दिवंगत भाई करते थे। उन्होंने जनता दल और बाद में रामविलास पासवान द्वारा बनाई गई पार्टी के टिकट पर कई बार विधानसभा क्षेत्र का प्रतिनिधित्व किया।
पारस 2017 में राज्य में नीतीश कुमार मंत्रिमंडल के सदस्य बने जब मुख्यमंत्री ने एनडीए के साथ गठबंधन किया। 2019 के लोकसभा चुनावों में वे हाजीपुर से संसद पहुंचे।