Paytm पर दिखा RBI के एक्शन का असर, बढ़ गया कंपनी का घाटा और लुढ़क गए शेयर
फिनटेक कंपनी पेटीएम (Paytm) ने मार्च तिमाही के नतीजे जारी कर दिये हैं। भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने पेटीएम पेमेंट्स बैंक के खिलाफ एक्शन लिया है। आरबीआई ने पेटीएम पेमेंट्स बैंक पर प्रतिबंध लगा दिया है। आरबीआई के इस फैसले का असर कंपनी के वित्तीय स्थिति पर भी देखने को मिल रहा है। आइए जानते हैं कि मार्च तिमाही में पेटीएम की आर्थिक स्थिति कैसी रही?
पीटीआई, नई दिल्ली। आज सुबह फिनटेक फर्म वन97 कम्युनिकेशंस (One 97 Communications Ltd) ने मार्च तिमाही के नतीजों का एलान किया है। कंपनी ने शेयर बाजार को बताया कि मार्च तिमाही में उनका नेट लॉस 550 करोड़ रुपये हो गया है। एक साल पहले इसी अवधि में कंपनी को 167.5 करोड़ रुपये का घाटा हुआ था।
अगर पूरे कारोबारी साल की बात करें तो 31 मार्च 2024 को समाप्त साल में कंपनी का घाटा कम होकर 1,422.4 करोड़ रुपये रह गया। Paytm ने FY23 में 1,776.5 करोड़ रुपये का घाटा दर्ज किया था।इसके अलावा वित्तीय वर्ष 2024 की चौथी तिमाही में पेटीएम के ऑपरेशनल रेवेन्यू 2.8 प्रतिशत घटकर 2,267.1 करोड़ रुपये हो गया, जो वित्तीय वर्ष 2023 की इसी तिमाही में 2,464.6 करोड़ रुपये था।
हालांकि, पेटीएम का वार्षिक राजस्व वित्त वर्ष 2023 में 7,990.3 करोड़ रुपये से लगभग 25 प्रतिशत बढ़कर वित्त वर्ष 2024 में 9,978 करोड़ रुपये हो गया।
क्यों खराब हो रही है कंपनी की आर्थिक स्थिति
भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने 15 मार्च से पेटीएम पेमेंट्स बैंक लिमिटेड (Paytm Payments Bank Ltd) को किसी भी ग्राहक खाते, वॉलेट और फास्टैग में जमा, क्रेडिट लेनदेन या टॉप-अप स्वीकार करने से रोक दिया है। आरबीआई के इस फैसले का असर कंपनी के फाइनेंशियल परफॉर्मेंस पर भी पड़ा है।
पेटीएम ने आरबीआई द्वारा लगाए गए प्रतिबंध के बाद अनुमान लगाया था कि कंपनी को आरबीआई के फैसले की वजह से 300-500 करोड़ रुपये का नुकसान होगा।पेटीएम को Q2FY25 से मजबूत राजस्व वृद्धि और बेहतर लाभप्रदता की उम्मीद है। कंपनी बैंक भागीदारी के माध्यम से वित्तीय उत्पाद वितरण का विस्तार करने और ग्राहक प्रतिधारण और सेवा को बढ़ाने पर ध्यान केंद्रित कर रहा है।यह भी पढ़ें- Paytm UPI Lite Wallet: रोजमर्रा की पेमेंट के लिए नहीं होगी पिन की जरूरत, लाइट वॉलेट शुरू करने के लिए ये है प्रोसेस