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Paytm ने रोक के संबंध में RBI से मांगा और समय, विजय शेखर शर्मा ने वित्त मंत्री से की मुलाकात

आरबीआइ ने पेटीएम पेमेंट्स बैंक को 29 फरवरी के बाद बचत या चालू खातों में किसी भी प्रकार की जमा स्वीकार करने पर रोक लगा दी है। साथ ही वालेट फास्टैग समेत सभी क्रेडिट इस्ट्रूमेंट्स में भी जमा पर रोक लगाई गई है। आरबीआइ के इस कदम के बाद पेटीएम पेमेंट्स बैंक का लाइसेंस रद होने का संकट भी खड़ा हो गया है।

By Agency Edited By: Amit Singh Updated: Wed, 07 Feb 2024 12:07 AM (IST)
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तीन दिन की गिरावट के बाद कंपनी से शेयरों में आई तीन प्रतिशत की तेजी
रायटर, मुंबई। डिजिटल पेमेंट प्लेटफार्म पेटीएम के संस्थापक विजय शेखर शर्मा ने सोमवार को आरबीआइ के अधिकारियों से मिलकर नियामकीय चिंताओं को लेकर चर्चा की। सूत्रों के अनुसार, पेटीएम ने आरबीआइ से 29 फरवरी की रोक संबंधी समयसीमा को बढ़ाने की मांग की है। साथ ही केंद्रीय बैंक से वालेट कारोबार और फास्टैक सेवा के लिए अपने लाइसेंस के हस्तांतरण के संबंध में और स्पष्टता की मांग की है।

सूत्रों ने मंगलवार को बताया कि आरबीआइ ने पेटीएम की बात सुनी लेकिन कोई आश्वासन नहीं दिया है। इस संबंध में पेटीएम, आरबीआइ और वित्त मंत्रालय ने कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है। सूत्रों ने बताया कि मंगलवार को विजय शेखर शर्मा ने वित्त मंत्री से भी मुलाकात की और आरबीआइ की ओर से हाल में पेटीएम पेमेंट्स बैंक के खिलाफ उठाए गए कदमों और उनके अनुपालन पर चर्चा की।

बता दें कि आरबीआइ ने पेटीएम पेमेंट्स बैंक को 29 फरवरी के बाद बचत या चालू खातों में किसी भी प्रकार की जमा स्वीकार करने पर रोक लगा दी है। साथ ही वालेट, फास्टैग समेत सभी क्रेडिट इस्ट्रूमेंट्स में भी जमा पर रोक लगाई गई है। आरबीआइ के इस कदम के बाद पेटीएम पेमेंट्स बैंक का लाइसेंस रद होने का संकट भी खड़ा हो गया है।

दूसरी ओर, लगातार तीन दिनों तक गिरावट के बाद पेटीएम के शेयरों में मंगलवार को तेजी दिखी। कारोबार के दौरान बीएसई में यह 7.79 प्रतिशत की तेजी के साथ 472.50 रुपये प्रति इकाई के उच्च स्तर तक पहुंचे। अंत में यह 3.02 प्रतिशत की बढ़त के साथ 451.60 रुपये प्रति इकाई पर बंद हुए। इस तेजी से कंपनी का बाजार पूंजीकरण 852.78 करोड़ रुपये बढ़कर 28,680.23 करोड़ रुपये पर पहुंच गया है। तीन दिनों में कंपनी के शेयरों में 42 प्रतिशत की गिरावट रही है।

पेटीएम के साथ बातचीत कर रहा एचडीएफसी बैंक

आरबीआइ की पाबंदी के बाद पेटीएम ने इन मुश्किलों से बाहर निकलने के लिए कई बड़े बैंकों से संपर्क साधा है। इसी सिलसिले में पेटीएम की एचडीएफसी बैंक से साथ भी बातचीत चल रही है। एचडीएफसी बैंक के कंट्री पेमेंट प्रमुख पराग राव ने कहा कि बैंक अपनी साझेदारी को देखते हुए भी पेटीएम के साथ बातचीत कर रहा है। उन्होंने कहा कि बैंक इस मामले में इंतजार करो और देखो की नीति पर चल रहा है। राव ने कहा कि पेटीएम पर आरबीआइ की सख्ती के बाद एचडीएफसी बैंक के भुगतान एप और दुकानदार व्यवसाय को लेकर आकर्षण बढ़ा है।

ईडी और एफआइयू ने आरबीआइ से मांगी रिपोर्ट

ईडी और फाइनेंशियल इंटेलिजेंस यूनिट (एफआइयू) ने आरबीआइ से पेटीएम पेमेंट्स बैंक के संबंध में की गई कार्रवाई पर अपनी रिपोर्ट साझा करने के लिए कहा है। ईडी और एफआइयू धन शोधन रोधक कानून के तहत पेमेंट्स प्लेटफा‌र्म्स के खिलाफ पहले से ही कई मामलों की जांच कर रही हैं। एक वरिष्ठ अधिकारी ने से कहा कि ईडी ने आरबीआइ से ताजा रिपोर्ट साझा करने को कहा है ताकि वह विश्लेषण कर सके कि क्या उसे पेटीएम पेमेंट्स बैंक के खिलाफ जांच शुरू करने की जरूरत है। रिपोर्ट का अध्ययन करने के बाद ही आगे की रणनीति बनाई जाएगी।