पीयूष गोयल ने E-commerce के कामकाज पर जताई चिंता, Amazon के निवेश पर भी उठाया सवाल
वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल (Piyush Goyal) ने कहा कि ई-कॉमर्स के कामकाज से छोटे खुदरा विक्रेताओं को नुकसान हो रहा है। दरअसल ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म पर भारी डिस्काउंट की वजह से लोग छोटे खुदरा विक्रेताओं से सामान नहीं खरीदते हैं। ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म के कामकाज को लेकर चिंता जताने के साथ पीयूष गोयल ने अमेजन (Amazon) के अरब डॉलर निवेश पर भी सवाल उठाया है।
एएनआई, नई दिल्ली। वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल (Piyush Goyal) ने ई-कॉमर्स सेक्टर के कामकाज पर चिंता जताई। पीयूष गोयल ने कहा कि ई-कॉमर्स उत्पादों पर भारी छूट देकर छोटे खुदरा विक्रेताओं को नुकसान पहुंच रहा है। इसके अलावा गोयल ने ई-कॉमर्स कंपनियों पर आक्रामक मूल्य निर्धारण और छोटे खुदरा विक्रेताओं को समान अवसर नहीं देने का आरोप लगाया।
आज 'Net Impact of E-Commerce on Employment and Consumer Welfare in India' विषय पर रिपोर्ट लॉन्च हुई। इस कार्यक्रम में पीयूष गोयल भी शामिल थे।इस कार्यक्रम में गोयल ने कहा कि ई-कॉमर्स के बारे में हम सभी सोचते हैं कि यहां से चीजों सस्ता मिल रही है। अगर मैं जाऊं मैं एक दुकान पर गया और एक फाइव-स्टार चॉकलेट या चॉकलेट का एक डिब्बा खरीदा, इसकी कीमत मुझे 500 रुपये होगी। वहीं, ई-कॉमर्स से हमें यह सामान 350 रुपये में मिल जाएगा। ऐसा इसलिए है क्योंकि इन आइटम पर सबसे बड़ा मार्जिन होता है।
ऐसे में कहना गलत नहीं होगा कि ई-कॉमर्स उच्च मूल्य, उच्च मार्जिन वाले उत्पादों को खा रहा है। इससे छोटे खुदरा विक्रेताओं को नुकसान का सामना करना पड़ रहा है, क्योंकि ज्यादा मार्जिन के सामान से ही उनकी कमाई अच्छी होती है।हालांकि, पीयूष गोयल ने साफ कहा कि ई-कॉमर्स सभी रिटेल विक्रेताओं को नुकसान नहीं पहुंचाता है।
ई-कॉमर्स नेटवर्क का विस्तार
क्या ई-कॉमर्स सामाजिक व्यवधान पैदा करने जा रहा है? पीयूष गोयल ने इसका जवाब नहीं दिया। उन्होंने कहा कि आने वाले दस साल में आधा बाजार ई-कॉमर्स नेटवर्क का हिस्सा बन सकता है। ऐसे में ई-कॉमर्स क्षेत्र की भूमिका से इनकार नहीं किया जा सकता है।
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