PM Jan Dhan Yojana के पूरे हुए 9 साल, 50 करोड़ से अधिक खुले खाते; लाभार्थियों को सीधी मदद से हुई बड़ी बचत
PM Jan Dhan Yojana केंद्र सरकार की स्कीम है। इसे 28 अगस्त 2014 को लॉन्च किया गया था। पिछले 9 सालों में इस योजना के तहत 50.09 करोड़ खाते खोले जा चुके हैं और इनमें 2.03 लाख करोड़ रुपये जमा है। पीएम जन धन योजना के तहत शून्य बैलेंस वाला खाता खोला जाता है और निशुल्क डेबिट कार्ड के साथ ओवरड्राफ्ट की सुविधा दी जाती है।
By Abhinav ShalyaEdited By: Abhinav ShalyaUpdated: Sun, 27 Aug 2023 09:24 AM (IST)
नई दिल्ली, बिजनेस डेस्क। PM Jan Dhan Yojana: पीएम जनधन योजना को आज नौ साल पूरे हो गए हैं। पिछले 9 वर्षों के दौरान इस योजना के माध्यम से सरकार देश के वंचित तबके को भी बैंकिंग सिस्टम से जोड़ने में सफल रही है। साथ ही डीबीटी या डायरेक्ट बैंक ट्रांसफर के माध्यम से सोशल सिक्योरिटी स्कीम्स का भी फायदा सीधे लाभर्थियों को दिया जा रहा है।
प्रधानमंत्री जन धन योजना क्या है?
प्रधानमंत्री जन धन योजना (PMJDY) को 28 अगस्त, 2014 को लॉन्च किया गया था। इसका उद्देश्य ऐसे लोगों को बेसिक बैंकिंग सेवाएं उपलब्ध कराना था, जिनकी पहुंच बैंकिंग सेवाओं तक नहीं थी। इसमें जीरो बैलेंस के साथ खाते खोले जाते हैं। इसके साथ ही निशुल्क डेबिट कार्ड और ओवरड्राफ्ट आदि की सुविधा दी जाती है।50 करोड़ से अधिक खाते खुले
वित्त मंत्रालय के डेटा के मुताबिक, पिछले 9 सालों में इस योजना के तहत 50.09 करोड़ खाते खोले जा चुके हैं। इसमें करीब 2.03 लाख करोड़ रुपये जमा है। हर साल औसत रूप से 2.5 करोड़ से लेकर 3 करोड़ जन धन खाते खोले जा रहे हैं।फाइनेंसियल सर्विसेज सेक्रेटरी विवेक जोशी के मुताबिक, अगस्त 2023 तक 33.98 करोड़ रुपये डेबिट कार्ड प्रधानमंत्री जन धन योजना के तहत जारी किए जा चुके हैं। मार्च 2015 में इसकी संख्या 13 करोड़ थी।
शून्य बैलेंस खातों की संख्या 8% पर पहुंची
2014 में जब सरकार की ओर से ये योजना शुरू की गई थी। उस समय मार्च 2015 तक शून्य बैलेंस वाले जनधन खातों की हिस्सेदारी 58 प्रतिशत पर थी, जो कि अगस्त 2023 में 8 प्रतिशत पर आ गई है। मौजूदा समय में देश में करीब 225 करोड़ बैंक खाते हैं, जो कि इस बात को दिखाता है कि देश में बड़ी संख्या में लोगों के पास एक से अधिक बैंक खाते हैं।