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Pm vishwakarma Yojana में इन लोगों को मिलता है गारंटी लोन, कम ब्याज के साथ सब्सिडी का भी मिलता है लाभ

Pm vishwakarma Yojana इस साल 15 अगस्त 2023 पर स्वतंत्रता दिवस के मौके पर पीएम मोदी ने Pm vishwakarma Yojana का एलान किया था। यह योजना कारीगरों के लिए काफी लाभदायक साबित हुई। इस स्कीम में अगर कोई कारीगर अपना बिजनेस शुरू करना चाहते हैं तो वह कम ब्याज में योजना के तहत 5 लाख रुपये तक का लोन ले सकता है।

By Priyanka KumariEdited By: Priyanka KumariUpdated: Sat, 02 Dec 2023 07:30 PM (IST)
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Pm vishwakarma Yojana में इन लोगों को मिलता है गारंटी लोन

 बिजनेस डेस्क, नई दिल्ली। पीएम मोदी ने इस साल 'पीएम विश्वकर्मा योजना' (PM Vishwakarma Yojana) की शुरुआत की है। इस योजना के तहत कौशल को बढ़ाने के लिए लोन दिया जा रहा है। अगर आप भी अपना कारोबार शुरू करना चाहते हैं तो आप इस योजना के तहत 3 लाख लोन लेकर अपना कोराबार शुरू कर सकते हैं।

केंद्र सरकार ने इस योजना के लाभार्थी के लिए केवल 18 ट्रेडर्स ही तय किये हैं।

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पीएम विश्वकर्मा योजना के बारे में

पारंपरिक कौशल रखने वाले कारीगर जैसे सुनार, लोहार, नाई और चर्मकार को इस योजना का लाभ मिलेगा। इसी तरह 18 पारंपरिक किसानों को भी इस स्कीम का लाभ मिलेगा। इस योजना के जरिये जहां एक ओर लोगों को खुद का बिजनेस शुरू करने में मदद मिलेगी तो वहीं दूसरी तरफ यह कारीगरों और शिल्पकारों को सहायता मिलेगी।

इस योजना की सबसे बड़ी खासियत है कि इसमें लोन दिया जाता है। इस योजना में दो चरण में लोन दिया जा सकता है। पहला लोन, 1 लाख रुपये का होता है। वहीं दूसरी चरण में 2 लाख रुपये का लोन दिया जाता है। यह लोन 5 फीसदी ब्याज पर दिया जाता है। इस स्कीम में लाभार्थी को लोन के साथ मास्टर द्वारा ट्रेनरों को दिया जाएगा।

ट्रेनिंग में लाभार्थी को 500 रुपये प्रतिदिन का स्टाइपेंड भी मिलता है। इसके अलावा पीएम विश्वकर्मा सर्टिफिकेट और आईडी कार्ड, बेसिक और एडवांस ट्रेनिंग जैसे स्किल की ट्रेनिंग दी जाती है। टूलकिट के लिए 15,000 रुपये की राशि दी जाती है और डिजिटल ट्रांजेक्शन के लिए इन्सेंटिंव दिया जाता है।

इन कारीगरों को मिलेगा लोन

पीएम विश्वकर्मा योजना में कारपेंटर (बढ़ई), नाव बनाने वाले, लोहार, ताला बनाने वाले, सुनार, मिट्टी के बर्तन बनाने वाले (कुम्हार), मूर्तिकार, राज मिस्त्री, मछली का जाल बनाने वाले,टूल किट निर्माता, पत्थर तोड़ने वाले, मोची/जूता कारीगर, टोकरी/चटाई/झाड़ू बनाने वाले, गुड़िया और अन्य खिलौना निर्माता (पारंपरिक), नाई, माला बनाने वाले, धोबी, दर्जी के कारीगरों को योजना का लाभ मिलता है।

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