PM Vishwakarma Yojana को लागू करने की तैयारी तेज, राज्यों के मुख्य सचिवों, बैंकों के साथ केंद्र ने बुलाई बैठक
PM Vishwakarma Yojana का एलान पीएम मोदी की ओर से लाल किले से भाषण के दौरान किया गया था। इस स्कीम को कैबिनेट से भी मंजूरी मिल चुकी है। अब इसे लागू करने के लिए केंद्र की ओर से राज्यों के मुख्य सचिव बैंकों के एमडी और वरिष्ठ अधिकारियों को बुलाया गया है। इस स्कीम का फायदा शिल्पकारों और पारंपरिक कारीगरों को दिया जाएगा।
नई दिल्ली, एजेंसी। केंद्र सरकार की ओर से 13,000 करोड़ रुपये की पीएम विश्वकर्मा स्कीम को लागू करने के लिए राज्यों के वरिष्ठ अधिकारियों और पब्लिक सेक्टर बैंकों की एक मीटिंग बुलाई गई है। ये स्कीम पारंपरिक कारीगरों और शिल्पकारों को लाभ पहुंचाने के लिए अगले महीने लॉन्च होनी है।
एक वरिष्ठ अधिकारी की ओर से बताया गया कि पीएम विश्वकर्मा स्कीम को एमएसएमई, स्किल डेवलपमेंट और फाइनेंस मंत्रालय की ओर से लागू किया जाना है। इस योजना के तहत चालू वित्त वर्ष में 3 लाख लोगों को फायदा देने का लक्ष्य सरकार की ओर से रखा गया है। ये योजना विश्वकर्मा जयंती के दिन 17 सितंबर को लॉन्च होगी।
स्किल मंत्रालय ने बुलाई बैठक
समाचार एजेंसी पीटीआई की रिपोर्ट में बताया गया कि स्किल मंत्रालय की ओर से 28 अगस्त को मीटिंग बुलाई गई है। इसमें राज्यों के मुख्य सचिव, बैंकों के एमडी और एसएलबीसी के प्रतिनिधि शामिल होंगे।
एक अधिकारी की ओर से बताया कि इस मीटिंग में योजना को लागू करने का रोडमैप तैयार किया जाएगा और कैसे पीएम विश्वकर्मा के लाभार्थी की पहचान की जाएगी। इसके प्रोसेस को तय किया जाएगा। इस स्कीम के तहत स्किल्ड कारीगर को अपनी स्किल अपग्रेड करने के लिए 4 से 5 दिन की ट्रेनिंग की जाएगी। इसके बाद वह लोन का पात्र होगा।
पीएम मोदी ने 15 अगस्त को किया था एलान
पीएम मोदी की ओर से लाल किले से भाषण के दौरान इस योजना को लागू करने की घोषणा की गई थी। पीएम मोदी ने कहा था कि सरकार 13 हजार से लेकर 15,000 करोड़ की लागत से पीएम विश्वकर्मा स्कीम शुरू करने जा रही है।
केंद्रीय कैबिनेट से इस योजना को मंजूरी मिल गई है। केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कैबिनेट की बैठक के बाद कहा था कि इस स्कीम के तहत शिल्पकारों को पहली किस्त में एक लाख रुपये और दूसरी किस्त में दो लाख रुपये का लोन दिया जाएगा और इसकी ब्याज 5 प्रतिशत होगी।