क्या पावर कंपनियों के शेयरों में दौड़ेगा करंट? बिजली क्षेत्र में 40 लाख करोड़ का होगा निवेश
बिजली की खपत बढ़ने से JSW एनर्जी टाटा पावर और पावर ग्रिड कॉर्पोरेशन जैसी कंपनियों को तगड़ा फायदा मिल सकता है। मोतीलाल ओसवाल का मानना है कि इन कंपनियों के शेयरों में 16 से 25 फीसदी तक की तेजी आ सकती है। उसने इन तीनों कंपनियों को BUY रेटिंग दी है। ब्रोकरेज फर्म का दावा है कि 2035 तक इलेक्ट्रिक वाहन और डेटा सेंटर बिजली की मांग को बढ़ावा देंगे।
बिजनेस डेस्क, नई दिल्ली। अगले एक दशक के दौरान भारत के बिजली क्षेत्र में 40 लाख करोड़ रुपये से अधिक का निवेश हो सकता है। इनमें से जहां 34 लाख करोड़ रुपये पूंजीगत व्यय में खर्च होंगे, वहीं बाकी पैसे उत्पादन, ट्रांसमिशन और स्मार्ट मीटरिंग पर लगाए जाएंगे। यह बात ब्रोकरेज फर्म मोतीलाल ओसवाल की एक रिपोर्ट में कही गई है।
मोतीलाल ओसवाल की रिपोर्ट के मुताबिक, भारत एक अनूठा केस बनकर उभरा है, जहां वास्तविक जीडीपी/प्रति व्यक्ति वृद्धि, प्रौद्योगिकी उन्नयन और विद्युतीकरण जैसे सकारात्मक धाराएं मौजूद हैं। इससे आने वाले सालों में बिजली की मांग काफी अधिक बढ़ सकती है।
बिजली की खपत-मांग में होगा इजाफा
रिपोर्ट में कहा गया, भारत के लिए मजबूत जीडीपी वृद्धि परिदृश्य और नए मांग चालकों (इलेक्ट्रिक वाहन, डेटा सेंटर, विद्युतीकरण) के उभरने से हमारा मानना है कि भारत में बिजली की खपत अगले दशक में सात प्रतिशत से अधिक (वर्तमान में 8-9 प्रतिशत) बढ़ सकती है।'
रिपोर्ट में दावा किया गया है कि 2035 तक, इलेक्ट्रिक वाहन और डेटा सेंटर भारत में बिजली की मांग में एक तिहाई वृद्धि को बढ़ावा देंगे। आज भारत में बिजली की मांग में इलेक्ट्रिक वाहन (ईवी) और डेटा सेंटर का हिस्सा नगण्य है। ब्रोकरेज फर्म का मानना है कि चीन की तरह भारत में बिजली की खपत एक महत्वपूर्ण मोड़ पर है, क्योंकि अगले दशक में भारत में 6.5-7 प्रतिशत की वृद्धि होने की उम्मीद है।
किन कंपनियों को मिल सकता है फायदा
बिजली की खपत बढ़ने से JSW एनर्जी, टाटा पावर और पावर ग्रिड कॉर्पोरेशन जैसी कंपनियों को तगड़ा फायदा मिल सकता है। मोतीलाल ओसवाल का मानना है कि इन कंपनियों के शेयरों में 16 से 25 फीसदी तक की तेजी आ सकती है। उसने इन तीनों कंपनियों को BUY रेटिंग दी है।ब्रोकरेज फर्म ने एनटीपीसी को न्यूट्रल रेटिंग दी है। एनटीपीसी के बारे में उसका कहना है कि इसमें तेजी की संभावनाएं सीमित हैं। दरअसल, एनटीपीसी की सब्सिडियरी NTPC ग्रीन एनर्जी 10,000 करोड़ रुपये का IPO लाने वाली है। इस स्थिति में हो सकता है कि निवेशक NTPC की बजाय इसकी क्लीन एनर्जी कंपनी में पैसे लगाने में ज्यादा दिलचस्पी दिखाएं।
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