Inflation: दूध के दाम से लेकर लोन की ईएमआई तक सब कुछ महंगा, एक महीने में कितनी बढ़ीं कीमतें
Inflation on Consumer Products पिछले एक महीने में देश में बड़ी संख्या में चीजों के दामों में इजाफा हुआ है। इसके कारण लोगों को उसी चीज को खरीदने के लिए पहले के मुकाबले अधिक दाम चुकाने पड़ रहे हैं।
By Abhinav ShalyaEdited By: Updated: Sun, 16 Oct 2022 02:31 PM (IST)
नई दिल्ली, बिजनेस डेस्क। दिवाली से पहले देश में कई चीजों के दाम तेजी से बढ़ रहे हैं। इसका सीधा प्रभाव आपकी दिवाली शॉपिंग पर पड़ सकता है। हाल के दिनों में लोन पर ब्याज दर, सीएनजी, पीएनजी, फल- सब्जियां और दूध के कीमतों में भी इजाफा हुआ है।
रूस- यूक्रेन युद्ध के कारण कच्चे तेल की कीमत ऊपर जाने से इस वित्त वर्ष की शुरुआत से ही महंगाई उच्च स्तर पर बनी हुई है। वहीं, बीते दिनों उत्तर भारत में हुई तेज बरसात ने भी महंगाई को और बढ़ा दिया है।
ईएमआई हुई महंगी
आरबीआई की ओर से महंगाई को काबू करने के लिए सितंबर में हुई बढ़ोतरी को मिला दिया जाए तो पिछले पांच महीनों में चार बार ब्याज दरों में इजाफा हो चुका है। इसके कारण रेपो रेट 5.9 प्रतिशत पहुंची गई है, जो कि कोरोनाकाल में 4 प्रतिशत थी। रेपो रेट वह दर होती है जिस पर कमर्शियल बैंक, केंद्रीय बैंक से लोन लेते हैं। इसकी ब्याज दर बढ़ने का सीधा प्रभाव बैंक से लोन लेने वाले ग्राहकों पर पड़ता है। रेपो रेट बढ़ने के कारण लोन लेने वाले लोगों को पहले के मुकाबले अधिक ब्याज का भुगतान करना पड़ रहा है।दूध की कीमत
दिवाली से ठीक पहले देश की बड़ी एफएफसीजी कंपनियों अमूल और मदर डेयरी ने दूध के दाम बढ़ाकर देश के लोगों को महंगाई का बड़ा झटका दिया है। अमूल ने बढ़ती लागत का हवाला देकर एक लीटर फुल क्रीम के दाम को बढ़ाकर 63 रुपए कर दिया है जो कि पहले 61 रुपये था। ठीक इसी तरह दिल्ली एनसीआर में दूध आपूर्ति करने वाली एफएमसीजी कंपनी मदर डेयरी ने भी दूध के दाम 2 रुपये प्रति लीटर बढ़ा दिए हैं।
फल-सब्जियों की कीमतों में उछाल
उत्तर भारत में पिछले दिनों हुई बारिश के कारण फल-सब्जियों के दाम आसमान पर पहुंच गए हैं। इसके कारण घरों में उपयोग होने वाली अहम सब्जियां जैसे टमाटर, गोभी और अन्य की कीमतों में इजाफा हुआ है।