PM Modi ने 75 जिलों में डिजिटल बैंकिंग यूनिट्स का किया शुभारंभ, वित्तीय साक्षरता को मिलेगा बढ़ावा
Digital Banking Units डिजिटल बैंकिंग सेवाओं को देश के कोने-कोने तक पहुंचाने के लिए केंद्र सरकार की ओर से आज 75 डिजिटल बैंकिंग यूनिट्स को लांच किया गया है। इन बैंकिंग यूनिट्स में ग्राहकों को लगभग सभी तरह की बैंकिग सुविधाएं डिजिटली प्रदान की जाएंगी।
By Abhinav ShalyaEdited By: Updated: Sun, 16 Oct 2022 12:52 PM (IST)
नई दिल्ली,बिजनेस डेस्क। बैंकिंग सुविधाओं को देश के अंतिम व्यक्ति तक पहुंचाने के उद्देश्य से आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए 75 डिजिटल बैंकिंग यूनिट्स (Digital Banking Units -DBUs) को लांच किया। इस वित्त वर्ष के बजट भाषण में देश की वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने आजादी के 75 वर्ष पूरे होने की उपलक्ष्य में देश के 75 जिलों में 75 डीबीयू स्थापित करने की घोषणा की थी।
डिजिटल बैंकिंग यूनिट्स के लॉन्च के करते हुए कहा कि हमारा संकल्प है कि बैंकिंग सेवाओं में पारदर्शिता लाना और इसका लाभ अंतिम व्यक्ति तक पहुंचाना है। आज प्रति एक लाख वयस्क आबादी पर बैंक की शाखाओं की संख्या भारत में जर्मनी, चीन और साउथ अफ्रीका से अधिक हो गई हैं। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि डिजिटल बैंकिंग यूनिट्स आम लोगों की जिंदगी को आसान बनाएंगी। यह खास तरह की बैंकिग सुविधा कम से कम डिजिटल इंफ्रास्ट्रक्चर में अधिक से अधिक लोगों को लाभ पहुंचाएगी।
डीबीयू की स्थापना करने के पीछे सरकार का लक्ष्य देश के कोने-कोने में डिजिटल बैंकिंग के लाभ को पहुंचाना है। इस योजना में देश के सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को कवर किया जाएगा। सरकार के इस प्रयास में 11 सरकारी बैंक, 12 निजी बैंक और एक स्माल फाइनेंस बैंक भाग ले रहे हैं।
DBUs में मिलेंगी ये सुविधाएं
प्रधानमंत्री ऑफिस की ओर से जारी किए गए बयान के मुताबिक, डिजिटल बैंकिंग यूनिट्स के आउटलेट्स में लोग बचत खाता खोलने, अकाउंट बैलेंस चेक करने, पासबुक प्रिंट करने, फंड ट्रांसफर, एफडी खुलवाना, लोन के लिए आवेदन, क्रेडिट और डेबिट कार्ड के लिए आवदेन, बिल का भुगतान और नामांकन जैसी सुविधाओं का लाभ उठा सकते हैं।DBUs से वित्तीय साक्षरता को मिलेगा बढ़ावा
पीएमओ की ओर से जारी बयान में बताया गया है कि डीबीयू ग्राहकों को बेहद किफायती कीमत पर डिजिटल बैंकिंग सुविधाएं मुहैया कराएंगे। इसके साथ-साथ यह वित्तीय साक्षरता का भी प्रसार करेंगे और लोगों के बीच साइबर सुरक्षा को लेकर जागरूकता फैलाएंगे।