Move to Jagran APP

Property Market: रियल एस्टेट में बूम, पीई निवेश दोगुना होकर 2.2 अरब डॉलर पर पहुंचा

भारत का रियल एस्टेट मार्केट तेजी से बढ़ रहा है। इस सेगमेंट में निवेश भी लगातार बढ़ रहा है। जुलाई-सितंबर तिमाही के दौरान औद्योगिक क्षेत्र और लॉजिस्टिक खंड ने 1.7 अरब डालर का पीई निवेश आकर्षित किया जो कुल निवेश राशि का 77 प्रतिशत था। वहीं वाणिज्यिक कार्यालय क्षेत्र कुल पीई निवेश का 21 प्रतिशत हासिल कर दूसरे स्थान पर रहा।

By Jagran News Edited By: Suneel Kumar Updated: Tue, 08 Oct 2024 05:55 PM (IST)
Hero Image
पिछले कुछ समय में रियल एस्टेट मार्केट में अच्छी तेजी देखने को मिली है।
बिजनेस डेस्क, नई दिल्ली। देश में संपत्तियों की मजबूत मांग से मुनाफा कमाने की मंशा से रियल एस्टेट क्षेत्र में प्राइवेट इक्विटी (पीई) निवेश जुलाई-सितंबर तिमाही में दोगुना होकर 2.2 अरब डॉलर हो गया। रियल एस्टेट सलाहकार फर्म सैविल्स इंडिया ने एक रिपोर्ट में कहा कि एक साल पहले की समान अवधि में रियल एस्टेट क्षेत्र में पीई निवेश 93.4 करोड़ डॉलर था।

रिपोर्ट के मुताबिक, इस कैलेंडर वर्ष की जनवरी-सितंबर अवधि में पीई निवेश 3.9 अरब डॉलर रहा, जो पिछले कैलेंडर वर्ष की समूची अवधि में दर्ज निवेश की मात्रा के आसपास था। इसके पहले रियल एस्टेट क्षेत्र में निजी उद्यम निवेश वर्ष 2019 में 6.7 अरब डालर, 2020 में 6.6 अरब डॉलर, 2021 में 3.4 अरब डालर और 2022 में 3.4 अरब डॉलर था।

सैविल्स इंडिया के प्रबंध निदेशक (शोध एवं परामर्श) अरविंद नंदन ने कहा, 'वैश्विक चुनौतियों के बावजूद भारत में निवेश गतिविधियों में वृद्धि देखी गई और 2024 के पहले नौ महीनों में निवेश 2023 में हुए कुल निवेश को पार कर गया। यह एक मजबूत व्यापक आर्थिक माहौल के कारण निवेशकों के मजबूत भरोसे को दर्शाता है।'

रिपोर्ट के मुताबिक, जुलाई-सितंबर तिमाही के दौरान औद्योगिक क्षेत्र और लाजिस्टिक खंड ने 1.7 अरब डालर का पीई निवेश आकर्षित किया, जो कुल निवेश राशि का 77 प्रतिशत था। वहीं वाणिज्यिक कार्यालय क्षेत्र कुल पीई निवेश का 21 प्रतिशत हासिल कर दूसरे स्थान पर रहा।

दरअसल, भारत का प्रॉपर्टी मार्केट तेजी से बढ़ रहा है। पिछले कुछ समय में रियल एस्टेट मार्केट में अच्छी तेजी देखने को मिली है। निवेशक इसे एक बेहतर संभावना की तरह देख रहे हैं। इसलिए प्रॉपर्टी सेगमेंट में निवेश बढ़ रहा है। अगर नीतिगत ब्याज दरों में कटौती होती है, यह सेक्टर और भी ज्यादा बूम कर सकता है।

(पीटीआई से इनपुट के साथ)

यह भी पढ़ें : EPF के पैसों से होम लोन चुकाना सही या गलत? समझिए पूरा हिसाब