Move to Jagran APP

ग्लोबल सप्लाई चेन में भारत कर रह प्रगति, 'पी एंड जी इंडिया' के CEO का बड़ा दावा

भारत सप्लाई चेन के लिए एक बेहतर काम कर रहा है। प्रॉक्टर एंड गैंबल इंडिया के सीईओ कुमार वेंकटसुब्रमण्यन ने एक बयान में कहा भारत सबसे विकसित सप्लाई चेन के लिए एक बेहतर विक्लप है जो न केवल प्रोडक्ट की उपलब्धता को सफल बनाता है बल्कि ग्राहकों की बढ़ती जरूरतों को भी पूरा करता है। डिजिटल बढ़ोतरी का भविष्य की इस सप्लाई चेन को आकार देने में महत्वपूर्ण रोल है।

By Jagran News Edited By: Shubhrangi Goyal Updated: Tue, 08 Oct 2024 05:39 PM (IST)
Hero Image
पी एंड जी इंडिया' के CEO का बड़ा दावा
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। भारत सप्लाई चेन के लिए एक बेहतर काम कर रहा है। प्रॉक्टर एंड गैंबल इंडिया के सीईओ कुमार वेंकटसुब्रमण्यन ने एक बयान में कहा, भारत सबसे विकसित सप्लाई चेन के लिए एक बेहतर विक्लप है, जो न केवल प्रोडक्ट की उपलब्धता को सफल बनाता है बल्कि ग्राहकों की बढ़ती जरूरतों को भी पूरा करता है।

बिजनेस स्टेंडर्ड के मुताबिक, डिजिटल बढ़ोतरी का भी भविष्य की इस सप्लाई चेन को आकार देने में महत्वपूर्ण रोल है। ये न केवल लागत को बेहतर बनाती है, बल्कि बेहतर डाटा फ्लो, पूर्वानुमान, कम कार्बन पदचिह्न और सर्वोत्तम सेवा भी सुनिश्चित करती है।

'खेल का मैदान इससे अधिक हरा-भरा कभी नहीं रहा'

वेंकटसुब्रमण्यम ने कहा कि डिजिटल परिवर्तन, ई-कॉमर्स सहित देश के बाजार बढ़े हैं और पी एंड जी जैसी कंपनियां अद्वितीय उपभोक्ता व्यवहार की गहरी समझ विकसित करने में निवेश कर रही हैं। वेंकटसुब्रमण्यम ने आगे कहा, डिजिटल परिवर्तन की शक्ति से सक्षम अपने उपभोक्ताओं को सीखकर और समझकर, हम प्रदर्शन को प्रोत्साहित करने और परिणाम प्राप्त करने में सक्षम होंगे। मुझे लगता है कि इससे बड़ा मौका कभी नहीं मिला। खेल का मैदान इससे अधिक हरा-भरा कभी नहीं रहा।

'इंटरनेट के कारण आया बड़ा बदलाव'

अब देश की लगभग दो-तिहाई आबादी की पहुंच इंटरनेट तक है, जिसने बदले में जानकारी और अनुभवों का लोकतंत्रीकरण किया है। प्रॉक्टर एंड गैंबल इंडिया के सीईओ ने आगे बताया, अध्ययनों का अनुमान है कि बढ़ती शहरी आबादी, तकनीकी प्रगति के माध्यम से प्रोडेक्ट में बढ़ोतरी, आय के बढ़ते स्तर और अन्य व्यापक आर्थिक कारकों के कारण 2024-33 के दौरान भारत में प्रति व्यक्ति आय में बढ़ोतरी दुनिया में सबसे अधिक 5.4 प्रतिशत होगी।