Gold खरीदने से पहले जान लें उसकी शुद्धता के नियम, क्या है 18, 22 और 24 कैरेट सोने में अंतर, कैसे करें पहचान
अगर आप धनतेरस और दिवाली पर सोने का सिक्का या जेवर खरीदने जा रहे हैं तो बेहतर है कि आप असली और नकली की पहचान कर लें। यह बहुत आसान है। आपको बस इतना सा काम करना होगा।
By Siddharth PriyadarshiEdited By: Updated: Thu, 20 Oct 2022 07:56 PM (IST)
नई दिल्ली, बिजनेस डेस्क। सोने का वजन या शुद्धता कैरेट में मापी जाती है। कैरेट जितना अधिक होता है, सोने की शुद्धता उतनी ही अधिक होती है। सोने की शुद्धता का असर सोने के बिस्कुट, सिक्के, और आभूषण आदि बनाते समय होता है। 24K, 22K और 18K सोने के बीच बहुत बारीक अंतर हैं। लेकिन इसे समझना किसी सामान्य व्यक्ति के लिए आसान नहीं होता।
आइए आपको बताते हैं कि इसका मतलब क्या होता है और सोना खरीदते समय इसको ध्यान में रखना क्यों जरूरी हैं।
24K सोना
24 कैरेट सोना 100 प्रतिशत शुद्ध सोना है। यह पूरी तरह शुद्ध होता है और इसमें कोई अन्य मिलावट नहीं होती है। स्थानीय बाजार में इसे 99.9 प्रतिशत शुद्ध सोने के रूप में जाना जाता है। इसका रंग अलग से चमकता है। इसकी शाइनिंग से ही पता चल जाता है कि ये 24 कैरेट है। यह सोना 22 या 18 कैरेट सोने से ज्यादा महंगा होता है। यह नरम और लचीला होता है और इसीलिए गहने बनाने में इसका उपयोग नहीं किया जाता।24K सोने का उपयोग सिक्के, बार बनाने के लिए किया जाता है। इसका उपयोग इलेक्ट्रॉनिक्स और चिकित्सा उपकरणों में भी किया जाता है। सोने की छड़ें, सिक्के, इलेक्ट्रॉनिक उपकरण और चिकित्सा उपकरण बनाने के लिए भी इसका इस्तेमाल किया जाता है।
22 कैरेट सोना
22 कैरेट सोना ज्यादातर आभूषण बनाने में प्रयोग किया जाता है। 22K सोने में, धातु का 22 भाग सोना होता है और बाकी दो में चांदी, जस्ता, निकल और अन्य मिश्र धातुएं होती हैं। मात्रा के हिसाब से मापें तो इसे 91.67 प्रतिशत शुद्ध सोना भी कहा जाता है। मिश्र धातुओं को मिलाने से सोने की बनावट सख्त हो जाती है और इसलिए गहने टिकाऊ हो जाते हैं।
दैनिक उपयोग के लिए आपको ऐसे जेवर की जरूरत होती है जो टिकाऊ और मजबूत हो। इसके लिए इसमें तांबे, जस्ते और चांदी जैसी मिश्र धातुओं का इस्तेमाल किया जाता है। इनकी उपस्थिति के कारण 22 कैरेट सोना ज्वैलरी के लिए आदर्श है।