Indigo के राकेश गंगवाल SpiceJet में खरीदेंगे हिस्सेदारी, करीब 20 प्रतिशत तक चढ़ा स्पाइसजेट का शेयर
इंडिगो के सह-संस्थापक राकेश गंगवार संकटग्रस्त एयरलाइन स्पाइसजेट में बहुमत हिस्सेदारी हासिल करने के लिए बातचीत कर रहे हैं। खबर आने के बाद स्पाइसजेट के शेयर करीब 20 फीसदी चढ़ गए। आज बीएसई पर कंपनी के शेयर 19.39 फीसदी बढ़कर 43.60 रुपये पर पहुंच गए। नकदी संकट से जूझ रही स्पाइसजेट फिलहाल अपने अस्तित्व की लड़ाई लड़ रही है। पढ़िए क्या है पूरी खबर।
रॉयटर, बेंगलुरु: संकट से जुझ रही स्पाइसजेट एयरलाइन को देश की बजट एयरलाइन इंडिगो के सह संस्थापक राकेश गंगवाल में बड़ी हिस्सेदारी खरीदने के लिए बात कर रहे हैं।
करीब 20 फीसदी बढ़े स्पाइसजेट के शेयर
इस खबर के बाद स्पाइसजेट के शेयरों में करीब 20 प्रतिशत की बढ़ोतरी देखी गई। आज बीएसई पर एयरलाइन के शेयर 19.39 प्रतिशत चढ़कर 43.60 पर पहुंच गया।
शेयर बाजार के सूत्रों के मुताबिक जून के अंत तक इंडिगो का संचालन करने वाली कंपनी इंटरग्लोब एविएशन में गंगवाल और उनकी पत्नी शोभा गंगवाल की हिस्सेदारी क्रमश: 13.23 प्रतिशत और 2.99 प्रतिशत है। वहीं उनके चिंकरपू फैमिल ट्रस्ट के पास 13.5 प्रतिशत हिस्सेदारी है।
अस्तित्व की लड़ाई लड़ रही है स्पाइसजेट
नकदी संकट से जूझ रही स्पाइसजेट फिलहाल अपने अस्तित्व की लड़ाई लड़ रही है। कंपनी धन जुटाकर उन एक चौथाई विमानों का परिचालन फिर से शुरू करना चाहती है, वह अभी खड़े हैं। स्पाइसजेट की बाजार हिस्सेदारी सितंबर के अंत में घटकर मात्र 4.4 प्रतिशत रह गई है।
इसी साल जनवरी में कंपनी की बाजार हिस्सेदारी 7.3 प्रतिशत थी। हालांकि हिस्सेदारी खरीदने को लेकर जब स्पाइसजेट से प्रतिक्रिया मांगी गई तो उसने कोई जवाब नहीं दिया।
इंडिगो से सबसे ज्यादा यात्रियों ने की यात्रा
कल ही डीजीसीए ने एक रिपोर्ट जारी कर यह जानकारी दी थी कि सितंबर के महीने में सबसे ज्यादा यात्रियों ने इंडिगो एयरलाइन से यात्रा की है।
इंडिगो से 77.20 लाख यात्रियों ने यात्रा की, दूसरे नंबर पर विस्तारा एयरलाइन थी जिससे 12.29 लाख यात्रियों ने यात्रा की और तीसरे नंबर पर टाटा ग्रुप की एयर इंडिया है जिससे 11.97 लाख यात्रियों ने यात्रा किया।
डीजीसीए ने कल यह जानकारी दी थी सितंबर में इंडिगो की फ्लाइट कैंसल या दो घंटे की अधिक देरी होने के कारण 76000 यात्रियों को परेशानियों का सामना करना पड़ा था।
मुआवजे के तौर पर यात्रियों को इंडिगो ने रिफ्रैशमेंट और वैकल्पिक उड़ानें का विकल्प दिया था। इससे अलावा कैंसल फ्लाइट के लिए यात्रियों को एयरलाइन ने पूरा रिफंड दिया था।