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IPO Listing में नए दौर की शुरुआत, Ratnaveer Engineering होगा T+3 में लिस्ट होने वाला पहला शेयर

Ratnaveer Engineering IPO रत्नवीर इंजीनियरिंग का आईपीओ T+3 में लिस्ट होने वाला पहला शेयर है। सेबी की ओर से एक सितंबर 2023 से ऐच्छिक T+3 लिस्टिंग लागू कर दी गई है। इस मतलब यह है कि जो भी कंपनी शेयर बाजार में लिस्ट होना चाहती है वह T+3 का विकल्प चुन सकती है। ये एक दिसंबर से सभी कंपनियों के लिए लागू हो जाएगा।

By Abhinav ShalyaEdited By: Abhinav ShalyaUpdated: Sat, 09 Sep 2023 11:13 AM (IST)
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T+3 लिस्ट होने वाला यह पहला आईपीओ होगा।

नई दिल्ली, बिजनेस डेस्क। बाजार नियामक सेबी (SEBI) की ओर से आईपीओ की T+3 लिस्टिंग को लागू कर दिया है। हाल ही बंद हुआ रत्नवीर इंजीनियरिंग का आईपीओ T+3 में लिस्ट होने वाला पहला आईपीओ है। इसकी लिस्टिंग सोमवार (11 सितंबर,2023) को होने जा रही है।

क्या है T+3 लिस्टिंग?

T+3 लिस्टिंग को बाजार नियामक भारतीय सिक्योरिटीज एवं विनिमय बोर्ड (Securities and Exchange Board of India (SEBI)) की ओर से शेयर बाजार में आईपीओ की लिस्टिंग तेज करने के लिए लागू किया गया है। इसका उद्देश्य आईपीओ सब्सक्रिप्शन बंद होने के तीन दिन के अंदर ही उसकी बाजार में लिस्टिंग करना है।

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क्या सभी कंपनियों के आईपीओ की होगी T+3 लिस्टिंग?

सेबी की ओर से एक सितंबर, 2023 से ऐच्छिक T+3 लिस्टिंग लागू कर दी गई है। इस मतलब यह है कि जो भी कंपनी शेयर बाजार में लिस्ट होना चाहती है वह T+3 का विकल्प चुन सकती है। हालांकि, T+3 एक दिसंबर, 2023 से सभी कंपनियों के लिए लागू कर दिया जाएगा।

क्या होगा इसका प्रोसेस?

मौजूदा समय में आईपीओ को लिस्ट कराने में 6 दिन या उससे अधिक का समय लगता है। T+3 लिस्टिंग होने के बाद केवल तीन दिन का समय आईपीओ लिस्टिंग में लगेगा।

आईपीओ बंद होने के अगले दिन अलॉटमेंट मिल जाएगा। फिर दूसरे दिन शेयर डीमैट अकाउंट में क्रेडिट हो जाएंगे और तीसरे दिन शेयर एक्सचेंज पर लिस्ट हो जाएंगे।

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T+3 लिस्टिंग से क्या होगा फायदा?

T+3 लिस्टिंग से निवेशकों और कंपनियों दोनों को फायदा होगा। इससे अलॉटमेंट न पाने वाले निवेशकों को पैसा पहले के मुकाबले जल्दी मिल जाएगा।