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RBI Annual Report 2023-24: Sovereign Gold Bond निवेशकों को आया पसंद, FY24 में 27 हजार करोड़ रुपये के बॉन्ड की हुई खरीद

RBI Annual Report भारतीय रिजर्व बैंक ने अपनी एनुअल रिपोर्ट में कहा कि कारोबारी साल 2023-24 के दौरान निवेशकों ने 44.34 टन सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड (sovereign Gold Bond) खरीदा है। पिछले वित्त वर्ष में 27031 करोड़ रुपये के बॉन्ड खरीदे थे। उच्च रिटर्न और टैक्स बेनिफिट (Tax Benefit) की वजह से निवेशकों को गोल्ड बॉन्ड पसंद आ रहा है। पढ़ें पूरी खबर..

By Agency Edited By: Priyanka Kumari Updated: Thu, 30 May 2024 05:12 PM (IST)
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RBI Annual Report 2023-24: Sovereign Gold Bond निवेशकों को आया पसंद
पीटीआई, नई दिल्ली। निवेशकों को डिजिटल गोल्ड बहुत पसंद आ रहा है। भारतीय रिजर्व बैंक ने अपनी एनुअल रिपोर्ट (RBI Annual Report 2023-24) में कहा कि कारोबारी साल 2023-24 के दौरान निवेशकों ने 44.34 टन सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड (Sovereign Gold Bond) खरीदा है।

पिछले वित्त वर्ष में 27,031 करोड़ रुपये के बॉन्ड खरीदे थे। उच्च रिटर्न और टैक्स बेनिफिट (Tax Benefit) की वजह से निवेशकों को गोल्ड बॉन्ड पसंद आ रहा है।

आरबीआई ने बताया कि कारोबारी साल 2022-23 में निवेश की गई राशि से चार गुना अधिक है। कारोबारी साल 2022-23 में, 12.26 टन सोना खरीदा था। इसकी वैल्यू 6,551 करोड़ रुपये थी।

आरबीआई ने पिछले कारोबारी साल में सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड की 4 सीरीज जारी की थी।

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कब शुरू हुई थी एसजीबी योजना

भारतीय रिजर्व बैंक ने नवंबर 2015 में एसजीबी योजना की शुरुआत की थी। इसके बाद आरबीआई ने 67 किश्तों के माध्यम से कुल 72,274 करोड़ रुपये (146.96 टन) जुटाए। आरबीआई ने बताया कि एक साल में 24 कैरेट प्रति 10 ग्राम सोने की कीमत करीब 62,300 रुपये से बढ़कर 73,200 रुपये हो गई है।

एसजीबी सोने के ग्राम में अंकित सरकारी प्रतिभूतियां हैं। वे भौतिक सोना रखने के विकल्प हैं। ये बांड पूंजीगत लाभ कर से मुक्त हैं। इसके अलावा एसजीबी पर पर प्रारंभिक निवेश की राशि पर प्रति वर्ष 2.50 प्रतिशत (निश्चित दर) की दर से ब्याज मिलता है।

एसजीबी एक ग्राम सोने के मूल्यवर्ग और उसके गुणकों में जारी किए जाते हैं। निवेशक को कम से कम एक ग्राम सोना और अधिकतम 4 ग्राम गोल्ड खरीद सकते हैं।

एसजीबी को राष्ट्रीयकृत बैंकों, अनुसूचित निजी बैंकों, अनुसूचित विदेशी बैंकों, नामित डाकघरों, स्टॉक होल्डिंग कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड (एसएचसीआईएल) और अधिकतम स्टॉक एक्सचेंजों के कार्यालयों या शाखाओं के माध्यम से या तो सीधे या उनके एजेंटों के माध्यम से बेचा जाता है।

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