Move to Jagran APP
5/5शेष फ्री लेख

RBI: 2000 रुपये के 97.82 प्रतिशत नोट वापस लौटे; 7,755 करोड़ रुपये के नोट अभी भी जनता के पास

आरबीआई ने 19 मई 2023 को 2000 रुपये के नोटों को चलन से वापस लेने की घोषणा की थी। 19 मई 2023 को कुल मूल्य 3.56 लाख करोड़ रुपये मूल्य के 2000 रुपये के नोट चलन में थे। यह आंकड़ा 31 मई 2024 को कारोबार की समाप्ति पर घटकर 7755 करोड़ रुपये रह गया। रिजर्व बैंक ने 2000 रुपये के नोट जमा करने 7 अक्टूबर 2023 तक दी थी।

By Jagran News Edited By: Suneel Kumar Updated: Mon, 03 Jun 2024 05:43 PM (IST)
Hero Image
नवबंर 2016 में आए थे 2000 के नोट।

पीटीआई, नई दिल्ली। रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने सोमवार को कहा कि 2000 रुपये के 97.82 प्रतिशत बैंक नोट बैंकिंग सिस्टम में वापस आ गए हैं। अब सिर्फ 7,755 करोड़ रुपये ही जनता के पास हैं। आरबीआई ने 19 मई, 2023 को 2000 रुपये के नोटों को चलन से वापस लेने की घोषणा की थी।

कुल 3.56 लाख करोड़ रुपये के नोट

19 मई, 2023 को कुल 3.56 लाख करोड़ रुपये मूल्य के 2000 रुपये के नोट चलन में थे। यह आंकड़ा 31 मई, 2024 को कारोबार की समाप्ति पर घटकर 7,755 करोड़ रुपये रह गया। केंद्रीय बैंक ने एक बयान में कहा, "इस तरह से 19 मई, 2023 तक 2000 रुपये के जो बैंक नोट चलन में थे, उनमें में से 97.82 प्रतिशत वापस आ चुके हैं।"

रिजर्व बैंक 2000 रुपये के बैंक नोटों को जमा करने या बदलने की सुविधा देश की सभी बैंक शाखाओं में 7 अक्टूबर, 2023 तक दी थी। हालांकि, 19 मई, 2023 से 2000 रुपये के बैंक नोटों को सिर्फ आरबीआई के 19 निर्गम कार्यालयों में उपलब्ध है। साथ ही, आम लोग देश के किसी भी डाकघर से भारतीय डाक के माध्यम से 2000 रुपये के नोट अपने बैंक खातों में जमा कराने के लिए आरबीआई के किसी भी कार्यालय में भेज सकते हैं।

नवबंर 2016 में आए थे 2000 के नोट

बैंक नोट जमा करने/बदलने वाले 19 आरबीआई कार्यालय अहमदाबाद, बेंगलुरु, बेलापुर, भोपाल, भुवनेश्वर, चंडीगढ़, चेन्नई, गुवाहाटी, हैदराबाद, जयपुर, जम्मू, कानपुर, कोलकाता, लखनऊ, मुंबई, नागपुर, नई दिल्ली, पटना और तिरुवनंतपुरम में हैं। नवंबर 2016 में 1000 रुपये और 500 रुपये के बैंक नोटों को चलन से बाहर करने के बाद 2000 रुपये के बैंक नोट पेश किए गए थे।

यह भी पढ़ें : Bank Holiday: 4 जून को जारी होंगे चुनावी नतीजे, इस मौके पर क्या बंद रहेंगे बैंक?

यह भी पढ़ें : इन पांच वजहों से रॉकेट बना शेयर बाजार, क्या आगे भी जारी रहेगा तेजी का दौर?