RBI MPC: वित्त वर्ष 24 में GDP 6.5 प्रतिशत रहने का अनुमान, जानिए किस तिमाही में कितनी रहेगी विकास दर
आरबीआई की मौद्रिक नीति समिति के फैसले को सुनाते वक्त आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा कि वित्त वर्ष 24 में देश की जीडीपी 6.5 प्रतिशत पर बरकरार रहेगी। हालांकि FY 24 के पहले तिमाही में जीडीपी 8 फीसदी तक रह सकती है।
By Gaurav KumarEdited By: Gaurav KumarUpdated: Thu, 08 Jun 2023 12:19 PM (IST)
नई दिल्ली,बिजनेस डेस्क: भारतीय रिजर्व बैंक ने सहायक घरेलू मांग स्थितियों के आधार पर कहा कि चालू वित्त वर्ष के लिए देश का सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) की वृद्धि के अनुमान को 6.5 प्रतिशत पर बरकरार रखा।
आपको बता दें कि अप्रैल में ही आरबीआई ने 2023-24 के जीडीपी के विकास के अनुमान को 6.4 प्रतिशत के पूर्वानुमान को संशोधित कर 6.5 प्रतिशत कर दिया था।
घरेलू मांग की स्थिति विकास में सहायक- आरबीआई गवर्नर
आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने आज वित्त वर्ष 2023-24 के लिए आरबीआई की मौद्रिक नीति समिति के फैसले की घोषणा करते हुए कहा कि घरेलू मांग की स्थिति विकास के लिए सहायक बनी हुई है और ग्रामीण क्षेत्रों में भी मांग पुनरुद्धार के रास्ते पर है।किस तिमाही में कितनी जीडीपी रहने की उम्मीद?
आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा कि देश का रियल जीडीपी ग्रोथ वित्त वर्ष 24 में 6.5 प्रतिशत पर ही रहने की संभावना है। तिमाही दर तिमाही का जिक्र करते हुए दास ने बताया कि वित्त वर्ष 24 के Q1 में जीडीपी 8 प्रतिशत तक रह सकती है।Q2 में 6.5 प्रतिशत, Q3 में 6 प्रतिशत और Q4 में 5.7 प्रतिशत रहने का अनुमान है। दास ने कहा, 2023 की दूसरी तिमाही में, वैश्विक अर्थव्यवस्था पिछली तिमाही में प्राप्त गति को अभी भी उच्च बनाए रख रही है। गवर्नर ने कहा कि ऐसा तब हुआ जब मध्यम मुद्रास्फीति, सख्त वित्तीय स्थितियों, बैंकिंग क्षेत्र के तनाव और लंबे समय तक भू-राजनीतिक संघर्षों जैसे फैक्टर मौजूद थे।