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RBI MPC Meet 2024: फॉरेक्स रिजर्व रिकॉर्ड स्तर पर पहुंचा, 2 अगस्त तक विदेशी मुद्रा भंडार 600 अरब डॉलर के पार

RBI MPC Meet 2024 भारतीय रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास ने आज तीन दिवसीय एमपीसी बैठक के फैसलों का एलान किया है। इस बार भी समिति ने रेपो रेट को स्थिर रखने का फैसला लिया है। इसके अलावा दास ने बताया कि विदेशी मुद्रा भंडार अपने रिकॉर्ड स्तर पर है। इसी महीने 2 अगस्त को फॉरेक्स रिजर्व 675 अरब डॉलर पहुंच गया।

By Agency Edited By: Priyanka Kumari Updated: Thu, 08 Aug 2024 01:24 PM (IST)
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RBI MPC Meet 2024: बढ़ रहा है देश का विदेशी भंडार

पीटीआई, नई दिल्ली। भारतीय रिजर्व बैंक हर दो महीने के बाद एमपीसी बैठक करता है। इस बैठक में एमपीसी समिति द्वारा रेपो रेट और महंगाई से जुड़े कई फैसले लिए जाते हैं। इस महीने 6 अगस्त से एमपीसी बैठक शुरू हुई थी जिसके फैसलों का एलान आज सुबह आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास द्वारा किया गया। 

आरबीआई गवर्नर ने बताया कि इस बार भी समिति ने रेपो रेट को स्थिर रखने का फैसला लिया है। इसके अलावा देश का विदेशी मुद्रा भंडार भी अपने उच्चतम स्तर पर पहुंच गया है।  

भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के गवर्नर शक्तिकान्त दास ने आज कहा कि देश का विदेशी मुद्रा भंडार 2 अगस्त 2024 को 675 अरब डॉलर के रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गया। इससे पहले 19 जुलाई 2024 को मुद्रा भंडार का उच्चतम स्तर 670.85 अरब अमेरिकी डॉलर रहा था।

वहीं, 26 जुलाई 2024 को फॉरेक्स रिजर्व 667.38 अरब डॉलर था।

शक्तिकांत दास ने कहा कि कुल मिलाकर देश का एक्सटरनेल सेक्टर ‘‘ जुझारू बना हुआ है’’ जैसा कि प्रमुख संकेतकों में सुधार से पता चलता है। ऐसे में उम्मीद है कि एक्सटरनल फाइनेंस आवश्यकताओं को आराम से पूरा करने का विश्वास है।

FPI रहे शुद्ध खरीदार

दास ने कहा कि विदेशी पोर्टफोलियो निवेशक जून, 2024 से घरेलू बाजार में शुद्ध खरीदार बन गए हैं। जून से छह अगस्त के दौरान 9.7 अरब डॉलर का शुद्ध प्रवाह हुआ है, जबकि अप्रैल और मई में 4.2 अरब डॉलर की निकासी हुई थी।

इसके अलावा अप्रैल-मई 2024 में सकल प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) में 20 प्रतिशत से अधिक की वृद्धि हुई। वहीं इस अवधि के दौरान शुद्ध एफडीआई प्रवाह पिछले वर्ष की इसी अवधि की तुलना में दोगुना हो गया। उन्होंने कहा कि भारतीय इकाइयों द्वारा बाह्य वाणिज्यिक कर्ज में कमी आई, लेकिन अप्रैल-मई में गैर-निवासियों की जमाराशि में वृद्धि हुई।