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लोगों को मुफ्त मिले क्रेडिट रिपोर्ट: रिजर्व बैंक

रिजर्व बैंक का मानना है कि क्रेडिट इन्फॉर्मेशन कंपनियों की तरफ से ग्राहकों को साल में एक बार फ्री क्रेडिट रिपोर्ट मिलनी चाहिए। आरबीआई की एक रिपोर्ट में यह बात कही गई है। कई मौकों पर खराब क्रेडिट रिपोर्ट की वजह से बैंक लोन देने से मना कर देते हैं। हो सकता है कि इस समस्या से छुटकारा मिल जाए। रिजर्व बैंक ने क्रे

By Edited By: Updated: Fri, 28 Mar 2014 12:07 PM (IST)
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मुंबई। रिजर्व बैंक का मानना है कि क्रेडिट इन्फॉर्मेशन कंपनियों की तरफ से ग्राहकों को साल में एक बार फ्री क्रेडिट रिपोर्ट मिलनी चाहिए। आरबीआई की एक रिपोर्ट में यह बात कही गई है।

कई मौकों पर खराब क्रेडिट रिपोर्ट की वजह से बैंक लोन देने से मना कर देते हैं। हो सकता है कि इस समस्या से छुटकारा मिल जाए। रिजर्व बैंक ने क्रेडिट इन्फॉर्मेशन कंपनियों पर जारी एक रिपोर्ट में कहा है कि ग्राहकों को साल में एक बेसिक क्रेडिट रिपोर्ट फ्री दी जानी चाहिए।

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फिलहाल क्रेडिट रिपोर्ट लेने के लिए ग्राहकों को 154 रपए चुकाना प़़डता है। आरबीआई की रिपोर्ट के मुताबिक कनाडा और अमेरिका जैसे देशों में फ्री क्रेडिट रिपोर्ट दी जाती है। सिबिल के अनुसार बुनियादी ढांचा तैयार होने और रिजर्व बैंक से निर्देश मिलने पर सिबिल ग्राहकों को फ्री क्रेडिट रिपोर्ट देगा।

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लोन लेने में होगी सहूलियत

जानकारों के मुताबिक फ्री क्रेडिट रिपोर्ट मिलने से ग्राहकों में न केवल जागरूकता बढ़ेगी बल्कि लोन लेने से पहले क्रेडिट रिपोर्ट सुधारने में भी मदद मिलेगी।

आरबीआई ने ग्रीवेंस रिड्रेसल और डेटा की गलती सुधारने के लिए ऑनलाइन प्रणाली बनाने का भी सुझाव दिया है, ताकि ग्राहकों की समस्याओं का निपटारा जल्द हो सके। फिलहाल देश में सिबिल, इक्विफैक्स, एक्सपेरियन और हाइमार्क क्रेडिट इन्फॉर्मेशन जैसी 4 कंपनियां क्रेडिट रिपोर्ट देती हैं।

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आरबीआई की मंशा

आरबीआई चाहता है कि ग्राहकों को प्रीलिमनरी रिपोर्ट फ्री मिले और आगे की जानकारी के लिए पैसे चुकाने होंगे। सिबिल के पास 1 दिन में 1,000 से ज्यादा लोग रिपोर्ट के लिए आवेदन करते हैं। आरबीआई लोगों में जागरूकता बढ़ाने के लिए ऑनलाइन प्रणाली शुरू करने पर जोर दे रहा है। इससे पहचान की चोरी रोकने में मदद मिलेगी, वहीं सीआईसी को भी डाटा सुधारने में सहूलियत होगी।