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RBI ने e-RUPI वाउचर्स की कैप बढ़ाकर एक लाख रुपये की, कई बार इस्तेमाल की अनुमति भी दी

e-RUPI Vouchers Cap Usage रिजर्व बैंक ने e-RUPI प्रीपेड डिजिटल वाउचर की सीमा को बढ़ाकर 1 लाख रुपये कर दिया है। इसके साथ ही इसके कई बार इस्तेमाल की अनुमति भी दे दी। बता दें कि e-RUPI प्रीपेड डिजिटल वाउचर को अगस्त 2021 में शुरू किया गया था।

By Lakshya KumarEdited By: Updated: Fri, 11 Feb 2022 11:00 AM (IST)
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RBI ने e-RUPI वाउचर्स की कैप बढ़ाकर एक लाख रुपये की, कई बार इस्तेमाल की अनुमति भी दी
मुंबई, पीटीआइ/बिजनेस डेस्क। रिजर्व बैंक ने गुरुवार को e-RUPI प्रीपेड डिजिटल वाउचर की सीमा को 10,000 रुपये से बढ़ाकर 1 लाख रुपये कर दिया है। इसके साथ ही, लाभार्थियों को विभिन्न सरकारी योजनाओं के डिजिटल वितरण की सुविधाओं के लिए कई बार उपयोग की अनुमति भी दे दी है। बता दें कि नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) द्वारा विकसित e-RUPI प्रीपेड डिजिटल वाउचर को अगस्त 2021 में एक व्यक्ति-विशिष्ट और उद्देश्य-विशिष्ट कैशलेस वाउचर के रूप में 10,000 रुपये तथा सिंगल टाइम रिडेम्पशन सुविधा के साथ लॉन्च किया गया था।

शक्तिकांत दास ने किया ऐलान

RBI गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा, "लाभार्थियों को विभिन्न सरकारी योजनाओं के डिजिटल वितरण की सुविधा के लिए सरकार द्वारा जारी किए गए e-RUPI वाउचर के लिए सीमा को बढ़ाकर 1 लाख रुपये प्रति वाउचर करने और e-RUPI वाउचर के कई बार उपयोग की अनुमति (जब तक वाउचर की राशि पूरी तरह से भुनाई नहीं जाती है) देने का प्रस्ताव है।" बदलावों के संबंध में NPCI को आवश्यक निर्देश अलग से जारी किए जाएंगे। बता दें कि यह ऐलान उन्होंने RBI की मौद्रिक नीति समीक्षा (MPC) के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में किया है।

स्वागत योग्य कदम

बीसीटी डिजिटल की सीईओ जया वैद्यनाथन ने कहा e-RUPI प्रणाली को बढ़ाना एक स्वागत योग्य कदम है। सरकार द्वारा प्रायोजित, सुरक्षित "गिफ्ट कार्ड" कार्यक्रम अच्छे इरादों लेकिन सीमित दायरे के साथ (केवल एक बार उपयोग और 10,000 रुपये की सीमा) के साथ शुरू किया गया था। इस प्रणाली को और अधिक विस्तृत करने की आवश्यकता थी। उन्होंने कहा कि उच्च सीमा और कई लेन-देन की अनुमति देने की घोषणा अर्थव्यवस्था में e-RUPI प्रणाली की एक बड़ी भूमिका की ओर इशारा करती है।

RBI ने रेपो रेट में नहीं किया बदलाव

RBI अपनी मौद्रिक नीति समिति (MPC) की समीक्षा का ऐलान किया। रेपो रेट में कोई बदलाव नहीं किया गया है। इसे 4 फीसद पर बरकरार रखा गया है। इसके साथ ही, दूसरी प्रमुख ब्‍याज दरों को भी नहीं बदला गया है।

रियल जीडीपी ग्रोथ पर दिया अनुमान

शक्तिकांत दास ने कहा कि 2022-23 के लिए रियल जीडीपी ग्रोथ 7.8% रहने का अनुमान है। इसके Q1 में 17.2%, Q2 में 7.0%, Q3 में 4.3% और Q4 में 4.5% रहने का अनुमान है। दास ने कहा कि 2022-23 के लिए सीपीआई मुद्रास्फीति 4.5% रह सकती है।