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RBI Repo Rate Hike: रेपो रेट बढ़ाने के साथ आरबीआइ ने घटाया विकास दर का अनुमान, जानें पूरी डिटेल

RBI Repo Rate Hike भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने शुक्रवार को रेपो रेट में 0.5 प्रतिशत का इजाफा किया है। इसके साथ चालू वित्त वर्ष के लिए विकास के अनुमान को 7.2 प्रतिशत से घटाकर 7 प्रतिशत कर दिया है।

By Abhinav ShalyaEdited By: Updated: Fri, 30 Sep 2022 02:23 PM (IST)
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RBI cuts growth forecast to 7 pc for current fiscal on global headwinds
नई दिल्ली, बिजनेस डेस्क। भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने शुक्रवार को नई मौद्रिक नीति का ऐलान किया। आरबीआइ ने महंगाई को काबू करने के लिए ब्याज दरों को 0.5 प्रतिशत से बढ़ाकर 5.9 प्रतिशत कर दिया है। इसके साथ केंद्रीय बैंक ने चालू वित्त वर्ष के अनुमान को घटाकर 7 प्रतिशत कर दिया है, जो कि पहले 7.2 प्रतिशत था। 

आरबीआइ के गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा कि भू- राजनीतिक तनाव बढ़ने और वैश्विक वित्तीय स्थिति खराब होने के कारण विदेशों से आने वाली मांग में कमी देखने को मिल सकती है, जिसके कारण देश की विकास दर गिरने का खतरा है।

आरबीआइ घटाया विकास दर का अनुमान

इस साल अप्रैल में आरबीआई ने विकास दर के अनुमान को 7.8 प्रतिशत से घटाकर 7.2 प्रतिशत कर दिया था। नए अनुमान के मुताबिक, चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में विकास दर 7 प्रतिशत, तीसरी तिमाही में 4.6 प्रतिशत और चौथी तिमाही में 4.6 प्रतिशत रहेगी। इसके साथ ही बताया कि अगले वित्त वर्ष की पहली तिमाही में जीडीपी में 7.2 प्रतिशत के हिसाब से इजाफा होगा।

जीडीपी के आंकड़े

सरकार की ओर से जारी किए गए आंकड़ों के मुताबिक, चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में भारत की जीडीपी 13.5 प्रतिशत का इजाफा हुआ था, जो कि कोरोना वायरस के आने से 3.8 प्रतिशत था।

आर्थिक गतिविधियों में उछाल

हाई फ्रीक्वेंसी डेटा से मिलने वाले संकेत इस तरफ इशारा कर रहे हैं कि दूसरी तिमाही में आर्थिक गतिविधियों में लचीलापन बना हुआ है। दास ने कहा कि शहरी क्षेत्र में आर्थिक गतिविधियों में बढ़त देखने को मिल रही है। त्योहारी सीजन आगे होने के कारण इसमें आगे और अधिक इजाफा होना चाहिए।

वहीं, ग्रामीण क्षेत्रों के बारे में उन्होंने कहा कि ग्रामीण मांग में भी धीरे- धीरे इजाफा हो रहा है। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि 9 सितंबर, 2022 तक लोन ग्रोथ में 16.2 प्रतिशत था, जो कि पिछले साल मात्र 6.7 प्रतिशत था।

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