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Bajaj Housing Finance के IPO का उतरा खुमार, निवेशकों में स्टॉक बेचने की होड़

बजाज हाउसिंग का स्टॉक 188.50 रुपये का हाई बनाने के बाद अब 153.82 रुपये के स्तर पर आ गया। मार्केट एक्सपर्ट का मानना है कि अपने सेक्टर की बाकी कंपनियों के मुकाबले बजाज हाउसिंग का वैल्यूएशन अभी भी काफी ज्यादा है। एलआईसी हाउसिंग फाइनेंस जैसे स्टॉक काफी सस्ते वैल्यूएशन पर उपलब्ध हैं। हालांकि एक्सपर्ट की राय है कि इस स्टॉक को लॉन्ग टर्म इन्वेस्टर होल्ड किया जा सकता है।

By Jagran News Edited By: Suneel Kumar Updated: Wed, 25 Sep 2024 02:15 PM (IST)
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बजाज हाउसिंग का स्टॉक 188.50 रुपये का हाई बनाने के बाद अब 153.82 रुपये के स्तर पर आ गया।
बिजनेस डेस्क, नई दिल्ली। बजाज हाउसिंग फाइनेंस लिमिटेड (Bajaj Housing Finance Ltd) 16 सितंबर को 114 फीसदी के शानदार प्रीमियम के साथ 150 रुपये पर लिस्ट हुआ था। इसमें अगले दो दिन 10 फीसदी का अपर सर्किट भी लगा। लेकिन, फिर इसकी एकदम से सुस्त पड़ गई। पिछले पांच दिनों में ही बजाज हाउसिंग का शेयर 10 फीसदी से अधिक गिर चुका है। बुधवार को को दोपहर करीब 1 बजे तक बजाज हाउसिंग के शेयर एनएसई पर 3.06 फीसदी की गिरावट के साथ 153.82 पर ट्रेड कर रहे थे।

Bajaj Housing Finance के स्टॉक में गिरावट क्यों?

बजाज हाउसिंग का स्टॉक 188.50 रुपये का हाई बनाने के बाद अब 153.82 रुपये के स्तर पर आ गया। मार्केट एक्सपर्ट का मानना है कि अपने सेक्टर की बाकी कंपनियों के मुकाबले बजाज हाउसिंग का वैल्यूएशन अभी भी काफी ज्यादा है। एलआईसी हाउसिंग फाइनेंस जैसे स्टॉक काफी सस्ते वैल्यूएशन पर उपलब्ध हैं। हालांकि, एक्सपर्ट की राय है कि इस स्टॉक को लॉन्ग टर्म इन्वेस्टर होल्ड किया जा सकता है। अगर आईपीओ इन्वेस्टर्स चाहे, तो कुछ मुनाफावसूली भी कर सकते हैं।

बजाज हाउसिंग पर क्या है ब्रोकरेज हाउस की राय?

घरेलू ब्रोकरेज फर्म फिलिपकैपिटल ने 210 रुपये के टारगेट प्राइस के साथ बजाज हाउसिंग फाइनेंस की कवरेज शुरू की है। फिलिपकैपिटल का मानना है कि बहुत-से लोग होम लोन लेने के लिए नॉन-बैंकिंग फाइनेंस कंपनियों (NBFC) को काफी पसंद करते हैं। खासकर 50 लाख रुपये के लोन टिकट साइज के लिए। इससे बजाज हाउसिंग को फायदा हो सकता है, जो देश की सबसे प्रतिष्ठित एनबीएफसी में से एक है।

रिटेल रियल्टी सेक्टर को सबसे ज्यादा होगा फायदा

प्रतिष्ठित ब्रोकरेज फर्म नुवामा (Nuvama) का कहना है कि भारत में बढ़ती प्रति व्यक्ति आय, तेजी से बढ़ता मध्यम वर्ग और शहरीकरण के कारण शहरी उपभोग में तेजी आ रही है। इससे रिटेल रियल्टी सेक्टर को काफी फायदा हो सकता है। इस स्थिति में बजाज हाउसिंग फाइनेंस जैसी कंपनियों को भी लाभ मिल सकता है।

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