Railways 100-Day Plan: 24 घंटे में रिफंड से स्लीपर Vande Bharat तक, रेलवे को बदलने की तैयारी; Super App भी करेगा कमाल
रेलवे ने 10 लाख करोड़ रुपये से अधिक के निवेश के साथ 40000 किलोमीटर से अधिक लंबे तीन आर्थिक गलियारों की योजना बनाई है। साथ ही निजी भागीदारी से 1300 से अधिक रेलवे स्टेशनों का आधुनिकीकरण किया जाएगा। इन आधुनिक स्टेशनों में शॉपिंग मॉल और हवाई अड्डे जैसे वेटिंग लाउंज जैसी विश्व स्तरीय सुविधाएं होंगी। मेट्रो नेटवर्क के विस्तार की भी योजना है।
एएनआई, नई दिल्ली। भारत की विकास गाथा में भारतीय रेलवे (Indian Railways) का महत्वपूर्ण योगदान रहा है। देश के विकास के साथ ही रेलवे भी विकास के नए-नए पायदान चढ़ रहा है। लेकिन अब भी बहुत कुछ किया जाना बाकी है। और अब रेलवे ने खुद के कायाकल्प की पूरी तैयारी कर ली है। समाचार एजेंसी एएनआई ने रेलवे अधिकारियों के हवाले से बताया है कि नई सरकार के गठन के बाद अगले 100 दिन में रेलवे को बड़े बदलावों से ले जाने की तैयारी है। इसमें यात्रियों की सुविधा पर विशेष ध्यान रखा जाएगा। जैसे 24 घंटे के भीतर टिकट रिफंड (24-hour ticket refund scheme) करने की स्कीम, रेलवे की तमाम सुविधाओं के लिए एक सुपर ऐप (Super App) लॉन्च करना, तीन इकोनॉमिक कॉरिडोर (Economic Corridors) और स्लीपर वंदे भारत ट्रेनें (Sleeper Vande Bharat) शामिल हैं।
नई टिकट रिफंड स्कीम में यह सुनिश्चित किया जाएगा कि यात्रियों को 24 घंटे के भीतर उनके पैसे वापस मिल जाएं। वर्तमान में इसमें तीन दिन से लेकर एक हफ्ते तक का समय लगता है।
सुपर ऐप भी करेगा कमाल
इसके साथ ही रेलवे की तरफ से एक सुपर ऐप भी लॉन्च करने की तैयारी है, जिसमें यात्रियों के लिए टिकट बुकिंग से लेकर ट्रेनों की लाइव लोकेशन देखने तक की सारी सुविधाएं एक ही जगह उपलब्ध रहेंगी। रेलवे के 100 दिन के एजेंडा में सभी यात्रियों के लिए एक बीमा योजना को पेश करना भी शामिल है जिसका नाम पीएम रेल यात्री बीमा योजना होगा।रेलवे के कायाकल्प की इस योजना में रेलवे को आधुनिक विश्वस्तरीय सुविधाओं से सुसज्जित करने के लिए अगले पांच वर्षों में 10 से 12 लाख करोड़ रुपये का निवेश शामिल है।
वंदे भारत ट्रेनों को लेकर बड़ी प्लानिंग
वंदे भारत ट्रेनों को लेकर भी बड़ी प्लानिंग की गई है। पूरे भारत में तीन श्रेणियों में वंदे भारत ट्रेनें शुरू की जाएंगी, जिनमें 100 किलोमीटर से कम के मार्गों पर वंदे मेट्रो, 100 से 550 किलोमीटर के मार्गों पर वंदे चेयर कार और 550 किलोमीटर से अधिक के मार्गों के लिए वंदे स्लीपर शामिल रहेंगे। वर्तमान में करीब 50 मार्गों पर वंदे भारत ट्रेनों का संचालन हो रहा है।अहमदाबाद-मुंबई बुलेट ट्रेन को भी अप्रैल 2029 से चलाने की तैयारी है। साथ ही उत्तर, दक्षिण और पूर्वी भारत के लिए तीन और बुलेट ट्रेनें चलाने के लिए व्यवहार्यता अध्ययन किया जाएगा।