ज्यादातर लोग अंबानी को “जियो का मालिक” के नाम से जानते हैं और ऐसा हो भी क्यों नहीं। अंबानी ने
टेलीकॉम सेक्टर को जियो के लॉन्च के बाद पूरा बदल दिया है।
अमेजन और वॉलमार्ट से बेहतर स्थिति में रिलायंस
बर्नस्टीन रिसर्च की रिपोर्ट के मुताबिक, अरबपति
मुकेश अंबानी की रिलायंस 150 अरब डॉलर के भारतीय ई-कॉमर्स बाजार में अमेजन और वॉलमार्ट से आगे सबसे अच्छी स्थिति वाली कंपनी है। रिलायंस सबसे बड़े खुदरा स्टोर नेटवर्क, प्रमुख दूरसंचार संचालन और मजबूत डिजिटल मीडिया के शक्तिशाली संयोजन की वजह से इस स्थिति में आई है।
भारत के बाजारों पर तीन प्लेयर का राज
रिपोर्ट के मुताबिक, भारतीय बाजार में तीन बड़े प्लेयर अमेज़न, वॉलमार्ट और रिलायंस उभर रहे हैं। पारंपरिक खुदरा व्यापार मॉडल या तो ऑफलाइन (वॉलमार्ट) या ऑनलाइन (अमेजन) से शुरू होता है।
रिलायंस इंडस्ट्रीज भारत में सबसे बड़ा डिजिटल इकोसिस्टम बना रही है। इसकी दूरसंचार शाखा जियो के पास 430 मिलियन मोबाइल ग्राहक हैं, भारत में इसकी खुदरा इकाई के 18,300 खुदरा स्टोर हैं।
रिटेल बिजनेस में 4 लाख से ज्यादा लोग
रिलायंस के खुदरा कारोबार में 400,000 से अधिक लोग हैं। रिलायंस ने इसी साल जनवरी में ही करीब 69,000 नए कर्मचारियों को काम पर रखा है।रिलायंस ने अपने प्रदर्शन-संबंधी मुद्दों पर काम किया है। वहीं कंपनी ने प्रदर्शन में सुधार करने में विफल रहने और अप्रैल 2023 के बाद नोटिस अवधि पूरी करने के बाद करीब 570 को पिंक स्लिप दी है। प्रदर्शन संबंधी मुद्दों के कारण बर्खास्तगी पूरे कार्यबल के 0.14 प्रतिशत से कम है।
2025 तक 150 बिलियन डॉलर का होगा बाजार
रिपोर्ट के मुताबिक, भारत कुछ बड़े और कम प्रवेश वाले
ई-कॉमर्स बाजारों में से एक है। रिपोर्ट की मानें तो 2025 तक बाजार के 150 बिलियन अमेरिकी डॉलर तक पहुंचने की उम्मीद है, अगले 5 वर्षों में ऑनलाइन पैठ दोगुनी हो जाएगी।
पहले नंबर पर फ्लिपकार्ट
भारतीय बाजार में ई-कॉमर्स की बात करें तो फ्लिपकार्ट (23 बिलियन यूएसडी ग्रॉस मर्चेंडाइज वैल्यू या जीएमवी) के साथ पहले नंबर पर है। अमेजन (यूएसडी 18-20 बिलियन जीएमवी) लगभग 60 प्रतिशत बाजार हिस्सेदारी के साथ बड़े पैमाने पर आगे हैं।तीसरे नंबर पर रिलायंस (5.7 बिलियन यूएसडी ई-कॉमर्स बिक्री) है, जिसमें फैशन (Ajio) और JioMart (ई-किराना) की सेल ने काफी मदद की है।
भारतीय अर्थव्यवस्था मजबूत
रिपोर्ट के मुताबिक कुछ मंदी के बावजूद भारतीय अर्थव्यवस्था विकास के प्रमुख केंद्रों में से एक बनी हुई है। उपभोग खर्च में तेजी जारी है। 2016 में 24 मिलियन समृद्ध परिवार (15,000 अमरीकी डालर से अधिक की वार्षिक आय) 2025 तक 50 मिलियन परिवार बन जाएंगे। बड़ी संख्या में समृद्ध परिवार भारत को एक बहुत ही आकर्षक बाजार बनाते हैं।
सबसे सस्ता डेटा
दुनिया में सबसे कम कीमत पर डेटा भारत में उपलब्ध है। अगर 4जी डेटा की बात करें तो देश में 4जी डेटा की कीमत 0.25 अमेरिकी डॉलर प्रति जीबी है और दुनिया में सबसे अधिक प्रति व्यक्ति मोबाइल डेटा खपत (8 जीबी प्रति माह) में से एक है।भारत में इंटरनेट यूजर्स की संख्या 2025 तक बढ़कर 1 बिलियन होने की उम्मीद है, जिनमें से 33 प्रतिशत (330 मिलियन) ऑनलाइन खरीदार होंगे।
रिलायंस का फ्यूचर प्लान
भारत में तेजी से बढ़ते इंटरनेट यूजर्स की संख्या को देखते हुए रिलायंस ने अपनी कमर कस ली है और एक-एक कर सभी को भविष्य के लिए तैयार कर रहा है। रिलायंस ने 2015 से तीन महत्वपूर्ण काम किए है।रिलायंस रिटेल 30 अरब अमेरिकी डॉलर के जीएमवी के साथ 18,000+ स्टोर के साथ बाजार में पकड़ बनाई है।4जी में क्रांति लाने के बाद अब 5जी में भी कंपनी तेजी से आगे बढ़ रही है। जियो के 4जी नेटवर्क पर 430 मिलियन सब्सक्राइबर्स है।
रिलायंस ने अब ओटीटी में भी अपनी पकड़ मजूबत करनी शुरू कर दी है। इसकी शुरुआत रिलायंस ने जियो सिनेमा एप पर मुफ्त में फीफा वर्ल्ड कप और आईपीएल दिखाने के बाद अब पेड सब्सक्रीप्शन के जरिए ऑरिजनल कंटेंट दिखाने को तैयार है।