मॉर्गन स्टेनली ने भी माना रिलायंस का लोहा, कहा- 100 अरब डॉलर तक बढ़ सकता है कंपनी का मार्केट कैप
रिलायंस के शेयर सोमवार को बीएसई पर 0.37 फीसदी की गिरावट के साथ 3120.35 रुपये पर बंद हुए। हालांकि पिछले कुछ दिनों से इसमें लगातार तेजी देखी जा रही थी। पिछले पांच दिनों में रिलायंस का शेयर करीब 8 फीसदी तक बढ़ चुका है। रिलायंस की सहयोगी कंपनी जियो ने टैरिफ प्लान की कीमतें बढ़ाई हैं। इसका पॉजिटिव असर रिलायंस के शेयरों पर दिखा।
बिजनेस डेस्क, नई दिल्ली। अरबपति कारोबारी मुकेश अंबानी के मालिकाना हक वाली देश की अग्रणी कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज इस सदी के अपने चौथे मौद्रीकरण दौर में बाजार पूंजीकरण में 100 अरब डॉलर तक की बढ़ोतरी कर सकती है। अमेरिका के प्रतिष्ठित इन्वेस्टमेंट बैंक मॉर्गन स्टेनली ने अपनी एक रिपोर्ट में यह जानकारी दी है।
मॉर्गन स्टेनली रिपोर्ट के मुताबिक, 'पूंजीकरण में वृद्धि की मुख्य वजह रिलायंस की बाजार हिस्सेदारी में वृद्धि, पूर्ण एकीकरण और कंपनी व्यवसाय को नया स्वरूप देने पर हर बार निवेशकों की अपेक्षाओं से अधिक प्रदर्शन करने की इसकी क्षमता रही है।' रिलायंस इंडस्ट्रीज के पिछले तीन दशकों में चलाए गए मौद्रीकरण चक्रों में शेयरधारकों को दो-तीन गुना मूल्य मिला है। इस दौरान हरेक दशक में कंपनी का बाजार पूंजीकरण 60 अरब डॉलर से अधिक बढ़ा है।
यह मौद्रीकरण 2021-23 में 60 अरब डॉलर के निवेश के बाद हुआ है, जो आरआईएल के लिए 1990 के दशक के बाद सबसे छोटा निवेश चक्र था। मॉर्गन स्टेनली को उम्मीद है कि रिलांयस इंडस्ट्रीज की आय वित्त वर्ष 2023-24 से लेकर 2025-26 के दौरान 12 प्रतिशत की वार्षिक दर से बढ़ेगी, जिसमें सभी क्षेत्रों से आय में तेजी आएगी।
रिलायंस के शेयरों में तेजी का दौर
रिलायंस के शेयर सोमवार को बीएसई पर 0.37 फीसदी की गिरावट के साथ 3,120.35 रुपये पर बंद हुए। हालांकि, पिछले कुछ दिनों से इसमें लगातार तेजी देखी जा रही थी। पिछले पांच दिनों में रिलायंस का शेयर करीब 8 फीसदी तक बढ़ चुका है।रिलायंस की सहयोगी कंपनी जियो ने टैरिफ प्लान की कीमतें बढ़ाई हैं। इसका पॉजिटिव असर रिलायंस के शेयरों पर दिखा। रिलायंस ने पिछले 6 महीने में करीब 20 फीसदी का रिटर्न दिया है। वहीं, पिछले एक साल में मुकेश अंबानी की कंपनी से निवेशकों को 30 फीसदी का मुनाफा हुआ है।
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