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Retail Businesses Growth: पटरी पर आया रिटेल बिजनेस, प्री-कोविड लेवल के मुकाबले मई में 24% की बढ़ोतरी

रिटेलर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया (आरएआई) द्वारा खुदरा व्यापार सर्वेक्षण किया गया। इसके अनुसार कोरोना महामारी से पहले के स्तर के मुकाबले मई में खुदरा कारोबार में 24 फीसद की बढ़ोतरी हुई है। आइए आरएआई की विस्तृत रिपोर्ट पर एक नजर डालते हैं।

By Sarveshwar PathakEdited By: Updated: Fri, 17 Jun 2022 06:34 AM (IST)
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रिटेल बिजनेस प्री-कोविड लेवल के मुकाबले मई में 24 फीसद बढ़ा
नई दिल्ली, पीटीआई। देश का खुदरा कारोबार मई, 2022 में कोरोना पूर्व स्तर यानी मई, 2019 की तुलना में 24 प्रतिशत बढ़ा है। रिटेलर्स एसोसिएशन आफ इंडिया (Retailers Association of India ) के ताजा 'खुदरा व्यापार सर्वे' के अनुसार, पश्चिमी भारत में मई महीने में 2019 के समान माह की तुलना में बिक्री 30 प्रतिशत बढ़ी है, जबकि पूर्वी क्षेत्र में बिक्री में 29 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। दक्षिणी भारत की बिक्री 22 प्रतिशत और उत्तरी भारत की बिक्री 16 प्रतिशत बढ़ी है।

आरएआई के सीईओ कुमार राजगोपालन ने कहा कि महामारी से पहले के स्तर की तुलना में अप्रैल में 23 प्रतिशत और मई में 24 प्रतिशत की वृद्धि के साथ बिक्री में लगातार सुधार देखना उत्साहजनक है। उन्होंने कहा कि कोविड गाइडलाइन में कुछ छूट मिलने से भी फायदा हुआ है। शादियों के सीजन और वर्क फ्रॉम ऑफिस शुरू होने के कारण कपड़े और जूते जैसी कैटेगरी ने अच्छा प्रदर्शन करना शुरू कर दिया है। राजगोपालन ने आगे कहा कि इंफ्लेशन को लेकर चिंता अभी भी बनी हुई है। हालांकि, ग्राहक अब बाहर आने और खरीदारी करने के इच्छुक हैं, क्योंकि सोशलाइजिंग अब गति पकड़ रहा है।

इन सेक्टरों में आई तेजी 

आरएआई ने कहा कि सभी कैटेगरी में बिक्री लगातार वृद्धि का संकेत दे रही है। बाहरी गतिविधियों में तेजी के साथ, फास्ट सर्विस वाले रेस्तरां (41 प्रतिशत) और फुटवियर (30 प्रतिशत) जैसी सेगमेंट तेजी से विकास का संकेत दे रही हैं। वहीं, ब्यूटी और वेलनेस (9 प्रतिशत) जैसे सेक्टरों में भी सकारात्मक वृद्धि देखने को मिल रही है।

फूड्स और गेम के सामानों में कितनी बढ़ोतरी?

आरएआई सर्वेक्षण के अनुसार, मई में कंज्यूमर गुड्स और इलेक्ट्रॉनिक्स की बिक्री में 2019 के इसी महीने की तुलना में 15 प्रतिशत की वृद्धि हुई, जबकि परिधान (apparel) और कपड़ों में भी 24 प्रतिशत की वृद्धि देखी गई। इसमें कहा गया है कि खाद्य और किराना श्रेणी में 23 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई और खेल के सामान में 24 प्रतिशत की वृद्धि हुई है।