सब्जियों के बढ़ते दामों के बावजूद जून में स्थिर रह सकती है महंगाई, Barclays की रिपोर्ट में दावा
देश में बढ़ती महंगाई को लेकर ब्रिटिश ब्रोकरेज बार्कलेज ने एक रिपोर्ट जारी की है। इस रिपोर्ट के मुताबिक खुदरा मुद्रास्फीति जून में स्थिर रह सकती है। बढ़ती कीमतों के बावजूद खुदरा मुद्रास्फीति मई की तुलना में जून में 4.26 प्रतिशत पर स्थिर रहने सकती है। अर्थशास्त्रियों ने बताया कि स्थिर ऊर्जा लागत और स्थिर कोर मुद्रास्फीति के बीच खाद्य कीमतें ऊंची चल रही हैं।
By Gaurav KumarEdited By: Gaurav KumarUpdated: Thu, 06 Jul 2023 04:33 PM (IST)
नई दिल्ली, बिजनेस डेस्क: बढ़ती सब्जियों की कीमतों के बीच आज ब्रिटिश ब्रोकरेज बार्कलेज (Barclays) की रिपोर्ट ने बताया कि खुदरा मुद्रास्फीति जून में स्थिर रह सकती है।
रिपोर्ट के मुताबिक सब्जियों की बढ़ती कीमतों और ईंधन की स्थिर कीमतों के बावजूद खुदरा मुद्रास्फीति मई की तुलना में जून में 4.26 प्रतिशत पर स्थिर रहने की संभावना है। आपको बता दें कि खाद्य और ईंधन से उपभोक्ता मूल्य सूचकांक(CPI) का लगभग 60 प्रतिशत हिस्सा बनता है।
जून में स्थिर रहेगी महंगाई
बार्कलेज इंडिया के प्रमुख राहुल बाजोरिया के नेतृत्व में अर्थशास्त्रियों ने कहा कि मोटे तौर पर स्थिर ऊर्जा लागत और स्थिर कोर मुद्रास्फीति के बीच खाद्य कीमतें ऊंची चल रही हैं लेकिन इसके बावजूद खुदरा मुद्रास्फीति मई में 4.25 प्रतिशत की तुलना में जून में स्थिर रहने की संभावना है।हाल के हफ्तों में टमाटर, आलू और प्याज की अगुवाई में सब्जियों की कीमतें ऊंची बनी हुई हैं। जून में मानसून की के कारण कई बाजारों में टमाटर की कीमत 140 रुपये प्रति किलोग्राम को भी पार कर गई है।
कपड़े और जूते के दामों में हो सकती है वृद्धि
बार्कलेज के अनुसार, आरबीआई की पसंदीदा कोर मुद्रास्फीति मई में 5.15 प्रतिशत की तुलना में जून में 5.17 प्रतिशत पर स्थिर रहने की उम्मीद है। कपड़े और जूते, स्वास्थ्य और शिक्षा, घरेलू सामान और मनोरंजन में मूल्य वृद्धि जारी रहने की संभावना है।
ऑन-महीने वृद्धि आंशिक रूप से मौसमी है क्योंकि गर्म मौसम के कारण टमाटर जैसे जल्दी खराब होने वाले खाद्य पदार्थों की कीमतें बढ़ रही हैं। इसके अलावा उपभोक्ता टिकाऊ वस्तुओं की कीमतों और बिजली दरों में भी मामूली वृद्धि हुई है।