स्थिर बनी हुई है खुदरा मुद्रास्फीति, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने लोकसभा में कही ये बात
सीतारमण ने कहा कि खुदरा मुद्रास्फीति अब स्थिर है और आरबीआइ की सहनीय सीमा दो प्रतिशत से लेकर छह प्रतिशत के भीतर है। उन्होंने कहा कि खुदरा मुद्रास्फीति से खाद्य और ईंधन वस्तुओं को हटाने के बाद मुख्य मुद्रास्फीति में लगातार गिरावट दर्ज की जा रही है। भारत की खुदरा मुद्रास्फीति अप्रैल-अक्टूबर 2022 में औसतन 7.1 प्रतिशत थी जो 2023 की इस अवधि में घटकर 5.4 प्रतिशत हो गई है।
By AgencyEdited By: Rammohan MishraUpdated: Mon, 11 Dec 2023 08:33 PM (IST)
पीटीआई, नई दिल्ली। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने सोमवार को लोकसभा में कहा कि खुदरा मुद्रास्फीति स्थिर बनी हुई है और कुछ मौकों पर इसमें जो तेजी दिखाई देती है, उसकी वजह वैश्विक कारक और प्रतिकूल मौसम होते हैं। सीतारमण ने कहा कि भारत की खुदरा मुद्रास्फीति अप्रैल-अक्टूबर, 2022 में औसतन 7.1 प्रतिशत थी जो 2023 की इस अवधि में घटकर 5.4 प्रतिशत हो गई है।
सीतारमण ने कहा कि खुदरा मुद्रास्फीति अब स्थिर है और आरबीआइ की सहनीय सीमा दो प्रतिशत से लेकर छह प्रतिशत के भीतर है। उन्होंने कहा कि खुदरा मुद्रास्फीति से खाद्य और ईंधन वस्तुओं को हटाने के बाद मुख्य मुद्रास्फीति में लगातार गिरावट दर्ज की जा रही है। मुख्य मुद्रास्फीति (कोर इन्फ्लेशन) अप्रैल, 2023 के 5.1 प्रतिशत से घटकर अक्टूबर, 2023 में 4.3 प्रतिशत हो गई है।
सीतारमण ने कहा-
कुछ मौकों पर मुद्रास्फीति में अस्थायी वृद्धि वैश्विक झटकों और प्रतिकूल मौसम की स्थिति से उत्पन्न मांग-आपूर्ति बेमेल के कारण होती है।
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27,105 करोड़ रुपये ईटीएफ में निवेश किए
श्रम और रोजगार राज्यमंत्री रामेश्वर तेली ने सोमवार को लोकसभा में बताया कि कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (ईपीएफओ) ने चालू वित्त वर्ष के दौरान अक्टूबर तक एक्सचेंज-ट्रेडेड फंड (ईटीएफ) में 27,105 करोड़ रुपये का निवेश किया है। वित्त वर्ष 2022-23 के दौरान ईटीएफ में 53,081 करोड़ रुपये का निवेश किया गया था। पिछले साल 31 मार्च तक ईपीएफओ द्वारा प्रबंधित विभिन्न फंडों का कुल कोष 18.30 लाख करोड़ रुपये था।उज्ज्वला वाला सिलेंडर 603 रुपये में
पेट्रोलियम मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने सोमवार को राज्यसभा में बताया कि प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना (पीएमयूवाई) के तहत लाभार्थियों को मिलने वाले 14.2 किलो वाले सिलेंडर की कीमत 603 रुपये है, जो पड़ोसी देशों की तुलना में सबसे कम है। पाकिस्तान में इस तरह के सिलेंडर की कीमत 1,059.46 रुपये, श्रीलंका में 1,033.35 रुपये और नेपाल में 1,198.56 रुपये है। पुरी ने कहा कि योजना के तहत अब प्रति घर खपत 2.8 सिलेंडर सालान हो गई है। योजना के तहत कनेक्शनों की संख्या बढ़कर 9.6 करोड़ हो गई है।