Move to Jagran APP
5/5शेष फ्री लेख

Rice Roti Rate: मार्च में महंगी हो गई वेज थाली, नॉन-वेज थाली के दाम में गिरावट; क्या है वजह

क्रिसिल की हालिया रिपोर्ट के मुताबिक पिछले मार्च में वेज थाली की कीमतों में तेजी और मांसाहारी थाली की कीमतों में गिरावट आई है। प्याज टमाटर और आलू की कीमतों में बढ़ोतरी की वजह से वेज थाली महंगी हुई। वहीं पोल्ट्री की कीमतों में गिरावट के कारण मांसाहारी थाली में 7 प्रतिशत की गिरावट आई है। यहां पढ़ें पूरी खबर..

By Agency Edited By: Priyanka Kumari Updated: Thu, 04 Apr 2024 04:59 PM (IST)
Hero Image
मार्चे में महंगी हो गई वेज थाली की कीमत

पीटीआई, नई दिल्ली। क्रिसिल मार्केट इंटेलिजेंस एंड एनालिसिस अपनी मासिक "रोटी चावल दर" रिपोर्ट पेश की है। इस रिपोर्ट के अनुसार मार्च महीने में वेज थाली की कीमतों में 7 फीसदी से ज्यादा का इजाफा हुआ है। दरअसल, प्याज, टमाटर और आलू की कीमतों में बढ़ोतरी ने इनकी कीमतों में इजाफा किया है।

वहीं, अगर नॉन-वेज थाली की बात करें तो पोल्ट्री की कीमतों में गिरावट के कारण मांसाहारी थाली में 7 प्रतिशत की गिरावट आई है।

रोटी, सब्जियां, चावल, दाल, दही और सलाद वाली सब्जी थाली की कीमत मार्च में बढ़कर 27.3 रुपये प्रति प्लेट हो गई, जो एक साल पहले की अवधि में 25.5 रुपये थी, लेकिन सस्ती थी। वहीं, फरवरी 2024 में वेज थाली की कीमत 27.4 रुपये से अधिक थी।

क्यों महंगी हुई वेज थाली

देश में प्याज, टमाटर और आलू की कीमतों में सालाना आधार पर वृद्धि देखने को मिली है। इस तेजी की वजह से वेज थाली के दाम बढ़ गए हैं। पिछले वित्तीय वर्ष में सालाना आधार पर प्याज 40 प्रतिशत, टमाटर 36 प्रतिशत और आलू 22 फीसदी महंगा हुआ है।

रिपोर्ट के अनुसार कम आवक के कारण एक साल पहले की तुलना में चावल की कीमतें 14 प्रतिशत और दालों की कीमतें 22 प्रतिशत बढ़ गईं।

नॉन-वेज थाली के मामले में जिसमें केवल दाल को चिकन द्वारा प्रतिस्थापित किया जाता है। एक साल पहले की अवधि में 59.2 रुपये के मुकाबले नॉन-वेज थाली के दाम घटकर 54.9 रुपये हो गई, लेकिन फरवरी से पहले 54 रुपये प्रति थाली की तुलना में अधिक थी।

ब्रॉयलर की कीमतों में 16 प्रतिशत की गिरावट आई है। साल-दर-साल आधार पर मांसाहारी थाली की लागत में गिरावट का प्राथमिक कारण यही था।

रिपोर्ट में कहा गया है कि फरवरी से तुलना करने पर रमजान के पवित्र महीने की शुरुआत और अधिक मांग के कारण ब्रॉयलर की कीमतों में 5 प्रतिशत की वृद्धि हुई।