Rupee vs Dollar: शुरुआती कारोबार में अमेरिकी डॉलर पर भारी पड़ा रुपया, 9 पैसे मजबूत होकर 79.81 पर पहुंचा
Rupee vs Dollar डॉलर के मुकाबले रुपये की कीमत में लगातार उतार-चढ़ाव हो रहा है। सोमवार को शुरुआती कारोबार में रुपया अमेरिकी डॉलर पर भारी है। बाजार खुलने के कुछ देर बाद ही रुपया 9 पैसे मजबूत होकर 79.81 पर पहुंच गया।
By Siddharth PriyadarshiEdited By: Updated: Mon, 25 Jul 2022 10:42 AM (IST)
नई दिल्ली, बिजनेस डेस्क। कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट से सोमवार को शुरुआती कारोबार में रुपया अमेरिकी डॉलर के मुकाबले (Rupee vs Dollar) नौ पैसे बढ़कर 79.81 पर पहुंच गया। इंटरबैंक फॉरेन एक्सचेंज में रुपया अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 79.86 पर खुला। शुरुआती कारोबार में, अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपये का उच्चतम स्तर 79.81 और सबसे निचला स्तर 79.87 रहा।
पिछले सत्र में रुपया अमेरिकी मुद्रा के मुकाबले 79.90 पर बंद हुआ था। इस बीच, डॉलर इंडेक्स, जो छह मुद्राओं की एक टोकरी के मुकाबले ग्रीनबैक की ताकत का अनुमान लगाता है, 0.10 प्रतिशत गिरकर 106.62 पर आ गया। वैश्विक तेल बेंचमार्क ब्रेंट क्रूड वायदा 0.54 प्रतिशत गिरकर 102.62 डॉलर प्रति बैरल पर आ गया।
आज कैसी रहेगी रुपये की हालत
फिनरेक्स ट्रेजरी एडवाइजर्स के ट्रेजरी के प्रमुख अनिल कुमार भंसाली के अनुसार, डॉलर की मांग कमजोर होने के साथ तेल नीचे जाने से रुपया आज मजबूती पर खुला। हालांकि 27 जुलाई को होने वाली फेडरल ओपन मार्केट कमेटी (एफओएमसी) की बैठक के संकेतों का इंतजार करने के कारण यूरो ज्यादा ऊपर नहीं जा सका है। उम्मीद है कि आज इंट्रा डे कारोबार में रुपया डॉलर के मुकाबले 79.60 से 79.90 के बीच रह सकता है। विदेशी संस्थागत निवेशक (एफआईआई) शुक्रवार को पूंजी बाजार में शुद्ध विक्रेता रहे। एक्सचेंज के आंकड़ों के अनुसार, उन्होंने 675.45 करोड़ रुपये के शेयर बेचे।गिरावट को रोकने के लिए ये उपाय कर रहा है आरबीआइ
आरबीआइ (RBI) के गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा है कि भारतीय रुपया उन्नत और उभरते बाजारों के मुकाबले अच्छी पकड़ बना रहा है। आरबीआइ, बाजार में तरलता की पर्याप्त आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए अमेरिकी डॉलर की सप्लाई कर रहा है। रुपये के किसी भी भारी उतार-चढ़ाव के लिए आरबीआइ जीरो टॉलरेंस की नीति अपना रहा है। भारतीय रिजर्व बैंक ने रुपये का कोई विशेष स्तर तय नहीं किया है। लेकिन बाजार की उथल-पुथल को ध्यान में रखते हुए जहां जैसी कमी महसूस होती है, आरबीआइ उसी हिसाब से डॉलर की आपूर्ति कर रहा है।