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Sales of Luxury Homes: 50 करोड़ रुपये या उससे अधिक कीमत के लग्‍जरी घरों की बिक्री 51 फीसदी बढ़ी

जेएलएल इंडिया के मुख्य अर्थशास्त्री एवं रिसर्च हेड सामंतक दास ने कहा 2023 में बेचे गए 45 लक्जरी मकानों में से 14 मकान 100 करोड़ रुपये और उससे अधिक कीमत के थे। इनमें से अधिकतर (79 प्रतिशत) मुंबई में बेचे गए। मुंबई में सबसे अधिक लेनदेन देखा गया वो भी मुख्य रूप से मालाबार हिल और वर्ली जैसे बाजारों में।

By Agency Edited By: Praveen Prasad Singh Updated: Tue, 26 Mar 2024 05:56 PM (IST)
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परंपरागत रूप से केवल बंगले, फार्महाउस और लग्‍जरी विला की कीमत 50 करोड़ रुपये से ऊपर होती है।
पीटीआई, नई दिल्ली। बीते कैलेंडर साल 2023 में मजबूत मांग के चलते 50 करोड़ रुपये और उससे अधिक कीमत वाले लग्‍जरी घरों की बिक्री मूल्य के हिसाब से 51 प्रतिशत बढ़कर 4,319 करोड़ रुपये हो गई। रियल एस्टेट सलाहकार जेएलएल इंडिया के आंकड़ों के अनुसार, 50 करोड़ रुपये और उससे अधिक कीमत वाले कम से कम 45 मकान 2023 में 4,319 करोड़ रुपये में बेचे गए।

कैलेंडर वर्ष 2022 में इस मूल्य वर्ग में 2,859 करोड़ रुपये मूल्य के कम से कम 29 मकान बिके थे। जेएलएल के अनुसार, इन लक्जरी मकानों में बंगले और अपार्टमेंट दोनों शामिल हैं। इसमें प्राथमिक बाजार और पुन: बिक्री लेनदेन भी शामिल हैं। इसमें कोई उपहार और संयुक्त उद्यम लेनदेन शामिल नहीं हैं। जेएलएल इंडिया के मुख्य अर्थशास्त्री एवं रिसर्च हेड सामंतक दास ने कहा, '2023 में बेचे गए 45 लक्जरी मकानों में से 14 मकान 100 करोड़ रुपये और उससे अधिक कीमत के थे। इनमें से अधिकतर (79 प्रतिशत) मुंबई में बेचे गए।'

मुंबई में सबसे अधिक लेनदेन देखा गया, वो भी मुख्य रूप से मालाबार हिल और वर्ली जैसे बाजारों में। दिल्ली एनसीआर में लग्‍जरी आवासीय बिक्री के मामले में गोल्फ लिंक और वसंत विहार टॉप पर रहे। वहीं गुरुग्राम में भी कुछ लग्‍जरी अपार्टमेंट की बिक्री दर्ज की गई।

"भारतीय रियल एस्टेट उद्योग में अल्ट्रा-लग्‍जरी घरों की मांग में वृद्धि अभूतपूर्व है, जो समृद्ध वर्ग की आय में बढ़ोतरी और आर्थिक लचीलेपन में वृद्धि से प्रेरित है।

इंडिया सोथबी इंटरनेशनल रियल्टी (India Sotheby's International Realty) के सीईओ अश्विन चड्ढा ने कहा, "ऐसी आवासीय रियल एस्टेट की मांग 2021 से महत्वपूर्ण वृद्धि दर्ज कर रही है और यह 2024 तक ऐसे ही जारी रहेगी।"

चड्ढा ने कहा, "परंपरागत रूप से केवल बंगले, फार्महाउस और लग्‍जरी विला की कीमतें 50 करोड़ रुपये से ऊपर होती हैं, लेकिन अब चर्चित जगहों पर ऊंची इमारतों में अपार्टमेंट और पेंटहाउस भी विशेष जीवनशैली और लक्जरी सुविधाओं के इतने महंगे बिकते हैं।"

नोएडा स्थित रियल्टी फर्म काउंटी ग्रुप के निदेशक अमित मोदी ने कहा, "जो बात उल्लेखनीय है वह एनसीआर की रियल एस्टेट की बढ़ती प्रमुखता है।"

उन्‍होंने कहा, ''एक और महत्वपूर्ण पहलू अपार्टमेंट कॉम्प्लेक्स की हिस्सेदारी में 58 प्रतिशत वृद्धि है, जो बंगलों की तुलना में काफी अधिक है, और रिपोर्ट सुपर-लग्‍जरी सेगमेंट में भी अपार्टमेंट में रहने की प्राथमिकता में बदलाव का संकेत देती है। और उम्‍मीद है कि आने वाले वर्ष में भी यह प्रवृत्ति जारी रहेगी।”