कारोबार बढ़ाने के बाद सब्सिडियरी कंपनियों का मौद्रीकरण करेगा SBI
स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (एसबीआई) ने एसबीआई जनरल इंश्योरेंस और एसबीआई पेमेंट जैसी सब्सिडियरी कंपनियों का मौद्रीकरण करने से पहले उनके कारोबार को और बढ़ाने की योजना बनाई है। इन सब्सिडियरी कंपनियों का परिचालन बढ़ने से मूल्यांकन बढ़ेगा और एसबीआई को बेहतर प्रतिफल मिल सकेगा। बैंक ने एसबीआई जनरल इंश्योरेंस कंपनी लिमिटेड में वित्त वर्ष 2023-24 के दौरान 489.67 करोड़ रुपये की अतिरिक्त पूंजी डाली थी।
पीटीआई, नई दिल्ली। स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (एसबीआई) के चेयरमैन दिनेश कुमार खारा ने कहा है कि बैंक एसबीआई जनरल इंश्योरेंस और एसबीआई पेमेंट जैसी सब्सिडियरी कंपनियों का मौद्रीकरण करने से पहले उनके कारोबार को और बढ़ाएगा। इन सब्सिडियरी कंपनियों का परिचालन बढ़ने से मूल्यांकन बढ़ेगा और एसबीआई को बेहतर प्रतिफल मिल सकेगा।
एक साक्षात्कार में उन्होंने बताया कि जहां तक सब्सिडियरी कंपनियों की बात है, तो उनका मौद्रीकरण पूंजी बाजार के जरिये होगा। उन्होंने कहा, 'इस रास्ते पर आगे बढ़ने के लिए पात्र सब्सिडियरी कंपनियों में निश्चित रूप से एसबीआई जनरल है और कुछ हद तक एसबीआइ पेमेंट सर्विसेज भी हो सकती हैं। हालांकि, फिलहाल हमारे पास ऐसी कोई योजना नहीं है।'
चालू वित्त वर्ष में मौद्रीकरण नहीं
खारा ने कहा, 'शायद, हम उन्हें थोड़ा और बढ़ाना चाहेंगे। उसके बाद ही हम इन कंपनियों में अपनी हिस्सेदारी का मौद्रीकरण करने के लिए पूंजी बाजार में जाने की सोचेंगे। लेकिन, चालू वित्त वर्ष में ऐसा नहीं होगा।' बैंक ने एसबीआई जनरल इंश्योरेंस कंपनी लिमिटेड में वित्त वर्ष 2023-24 के दौरान 489.67 करोड़ रुपये की अतिरिक्त पूंजी डाली थी।
कंपनी ने कर्मचारियों को ईएसओपी भी आवंटित किया है, जिसके चलते बैंक की हिस्सेदारी 69.95 प्रतिशत से घटकर 69.11 प्रतिशत हो गई है। वित्त वर्ष 2023-24 में एसबीआइ जनरल इंश्योरेंस का शुद्ध लाभ 30.4 प्रतिशत बढ़कर 240 करोड़ रुपये हो गया। एसबीआई पेमेंट सर्विसेज प्राइवेट लिमिटेड में 74 प्रतिशत हिस्सेदारी एसबीआई के पास है। बाकी हिस्सा हिताची पेमेंट सर्विसेज के पास है।
एसबीआई के शेयरों का हाल
एसबीआई के शेयर शुक्रवार को मामूली गिरावट के साथ 839.20 रुपये पर बंद हुए। एसबीआई ने पिछले छह महीने में निवेशकों को करीब 30 फीसदी का रिटर्न दिया है। वहीं, पिछले एक साल की बात करें, तो निवेशकों को बैंक से 46 फीसदी से अधिक का मुनाफा हुआ है।
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