SEBI ने बांबे डाइंग और नेस वाडिया पर लगाया प्रतिबंध
Bombay Dyeing पर फाइनेंशियल डिटेल को गलत तरीके से पेश करने के आरोप हैं जिसकी शिकायत मिलने के बाद SEBI ने फाइनेंशियल ईयर 2011-12 से 2018-19 के बीच बॉम्बे डाइंग एंड मैन्युफैक्चरिंग कंपनी लिमिटेड (BDMCL) के मामलों की विस्तृत जांच की है।
By AgencyEdited By: Shashank MishraUpdated: Sat, 22 Oct 2022 09:14 PM (IST)
नई दिल्ली, पीटीआई। सेबी ने बांबे डाइंग एंड मैन्यूफैक्चरिंग कंपनी लिमिटेड (बीडीएमसीएल) और इसके प्रवर्तकों नुस्ली एन वाडिया, नेस वाडिया और जहांगीर वाडिया को दो साल तक प्रतिभूति बाजारों में लेनदेन करने से रोक दिया है। साथ ही कंपनी के वित्तीय बयानों को गलत तरीके से पेश करने पर 15.75 करोड़ रुपये का जुर्माना भी लगाया गया है।
कंपनियां वित्तीय बयानों को कर रही थी गलत तरीके से पेश
सेबी ने वाडिया समूह की कंपनी स्काल सर्विसेज लिमिटेड और इसके तत्कालीन निदेशक डीएस गगरात, एनएच दतनवाला, शैलेश कार्णिक, आर चंद्रशेखरन और बांबे डाइंग के संयुक्त प्रबंध निदेशक एवं मुख्य वित्तीय अधिकारी दुर्गेश मेहता पर भी यह पाबंदी और जुर्माना लगाया है।
आरोपियों को यह जुर्माना 45 दिन में भरना होगा। कुछ शिकायतें मिलने पर सेबी ने 2011-12 तथा 2018-19 के लिए बांबे डाइंग को लेकर विस्तृत जांच की थी। इसमें सेबी ने पाया कि ये कंपनियां वित्तीय बयानों को गलत तरीके से पेश करने की योजना में शामिल रही हैं।Video: RBI ने बढ़ाया Repo Rate, Home Loan, Car Loan & Education Loan हुए महंगे
जांच में पता चला कि ये कंपनियां, बीडीएमसीएल द्वारा स्काल को 2011-12 तथा 2017-18 के बीच फ्लैटों की कथित बिक्री से मिले 2,492.94 करोड़ रुपये और 1,302.20 करोड़ रुपये के मुनाफे को बढ़ा-चढ़ाकर दिखाने और बीडीएमसीएल की वित्तीय जानकारी को गलत तरीके से पेश करने की धोखाधड़ी की योजना में शामिल थे।
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