Demat Account के नियमों में बदलाव की SEBI कर रहा प्लानिंग, पांच गुना बढ़ सकती है सिक्योरिटीज रखने की लिमिट
पूंजी बाजार के नियामक सेबी (SEBI) डीमैट अकाउंट (Demat Account) से जुड़े नियम में बदलाव करने की प्लानिंग कर रहा है। सेबी ने बेसिक सर्विसेज डीमैट अकाउंट (बीएसडीए) में सिक्योरिटीज डिपॉजिट लिमिट को बढ़ाने की योजना बनाया है। सेबी ने इस अकाउंट में सिक्योरिटीज लिमिट को बढ़ाने के लिए कंसल्टेशन पेपर जारी किया है। आइए इस रिपोर्ट में विस्तार से जानते हैं।
पीटीआई, नई दिल्ली। पूंजी बाजार के नियामक सेबी (SEBI) डीमैट अकाउंट (Demat Account) से जुड़े नियम में बदलाव करने की प्लानिंग कर रहा है। सेबी ने बेसिक सर्विसेज डीमैट अकाउंट (बीएसडीए) में सिक्योरिटीज डिपॉजिट लिमिट को बढ़ाने की योजना बनाया है।
आपको बता दें कि साल 2012 में फाइनेंशियल इनकल्यूजन को बढ़ावा देने के लिए बेसिक सर्विसेज डीमैट अकाउंट को शुरू किया गया था।वर्तमान में बेसिक सर्विसेज डीमैट अकाउंट में 2 लाख रुपये के मूल्य वाली दूसरे सिक्योरिटीज को रख सकते हैं। अब सेबी इस लिमिट को बढ़ाकर 10 लाख करने की प्लानिंग कर रहा है।
क्या है बेसिक डीमैट अकाउंट?
बेसिक सर्विसेज डीमैट अकाउंट (Basic Services Demat Account) डीमैट अकाउंट का ही एक प्रकार है। यह अकाउंट रिटेल इन्वेस्टर के लिए होता है। इस अकाउंट में निवेशक स्टॉक्स, बॉन्ड्स, ईटीएफ, म्यूचुअल फंड्स आदि का निवेश नहीं कर सकता है। इसके अलावा इस अकाउंट की मेंटेनेंस कॉस्ट भी कम होती है।सेबी ने इस अकाउंट में सिक्योरिटीज लिमिट को बढ़ाने के लिए कंसल्टेशन पेपर जारी किया है। सेबी ने कंसल्टेशन पेपर में पूछा है कि क्या बेसिक सर्विसेज डीमैट अकाउंट की लिमिट को बढ़ाना चाहिए या नहीं।
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