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अवैध रूप से एकत्र किए गए पैसों पर Sebi की बड़ी कार्रवाई, 7 कंपनियों की 15 संपत्तियां होंगी नीलाम

सेबी ने आज निवेशकों से अवैध रूप से जुटाए गए धन के खिलाफ व्यापक कार्रवाई करते हुए 21 अगस्त को सनहेवन एग्रो इंडिया और रविकिरण रियल्टी इंडिया सहित प्रमोटरों और निदेशकों और सात कंपनियों की 15 संपत्तियों की नीलामी करने का फैसला लिया है। जानिए सेबी ने इन कंपनियों ने अवैध तरीके से कितना पैसा वसूला था और क्या है पूरी खबर

By Gaurav KumarEdited By: Gaurav KumarUpdated: Tue, 18 Jul 2023 04:30 PM (IST)
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Sebi to auction properties of 7 cos on August 21 to recover investors' money
 नई दिल्ली, बिजनेस डेस्क: निवेशकों से अवैध रूप इकट्ठे किए गए पैसों पर सेबी ने आज बड़ा एक्शन लिया है। सेबी ने बड़ी कार्रवाई करते हुए कहा कि अवैध रूप से एकत्र किए गए पैसों की वसूली के लिए 21 अगस्त को प्रमोटरों और निदेशकों के साथ-साथ सनहेवन एग्रो इंडिया (Sunheaven Agro India) और रविकिरण रियल्टी इंडिया (RaviKiran Realty India) सहित सात कंपनियों की 15 संपत्तियों की नीलामी करेगा।

क्या है सभी सात कंपनियों के नाम?

सेबी ने जिन सात कंपनियों के संपत्ति की नीलामी करने को कहा है उनमें सनहेवन एग्रो इंडिया (Sunheaven Agro India), रविकिरण रियल्टी इंडिया (RaviKiran Realty India), इन्फोकेयर इंफ्रा (Infocare Infra), भारत कृषि समृद्धि इंडस्ट्रीज लिमिटेड (Bharat Krishi Samridhi Industries Ltd), जीएसएचपी रियलटेक लिमिटेड (GSHP Realtech Ltd), जस्ट-रिलायबल प्रोजेक्ट्स इंडिया लिमिटेड (Just-Reliable Projects India Ltd) और न्यूलैंड एग्रो इंडस्ट्रीज लिमिटेड (Newland Agro Industries Ltd.) कंपनियां शामिल हैं।

कितने करोड़ की होगी नीलामी?

भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (सेबी) द्वारा जारी एक सार्वजनिक नोटिस के अनुसार, संपत्तियों की नीलामी 13 करोड़ रुपये के आरक्षित मूल्य पर की जाएगी।

जिन संपत्तियों की नीलामी होगी उनमें पश्चिम बंगाल में स्थित भूमि पार्सल और एक आवासीय भवन शामिल हैं। 15 संपत्तियों में से चार भारत कृषि समृद्धि इंडस्ट्रीज से संबंधित हैं, तीन-तीन जस्ट-रिलायबल प्रोजेक्ट्स इंडिया और न्यूलैंड एग्रो इंडस्ट्रीज से, दो सनहेवन से संबंधित हैं और एक-एक रविकिरण रियल्टी इंडिया, इंफोकेयर इंफ्रा और जीएसएचपी रियलटेक से संबंधित हैं।

कब होगी नीलामी?

कंपनियों और उनके प्रमोटरों और निदेशकों के खिलाफ वसूली कार्यवाही में संपत्तियों की बिक्री के लिए बोलियां आमंत्रित करते हुए सेबी ने कहा कि नीलामी 21 अगस्त को सुबह 11 बजे से दोपहर 1 बजे तक ऑनलाइन आयोजित की जाएगी।

सेबी ने बोली लगाने वालों से कहा है कि वे अपनी बोली जमा करने से पहले बाधाओं, नीलामी में रखी गई संपत्तियों के शीर्षक और दावों समेत अन्य के बारे में स्वतंत्र पूछताछ कर लें।

क्या हैं इन कंपनियों का गुनाह?

इन सात कंपनियों ने पब्लिक इश्यू नियमों का पालन किए बिना निवेशकों से पैसा इकट्ठा करने का आरोप है। सेबी के मानदंडों के अनुसार, एक फर्म को अपनी प्रतिभूतियों को मान्यता प्राप्त एक्सचेंज पर सूचीबद्ध करना जरूरी है क्योंकि शेयर 50 से अधिक व्यक्तियों को जारी किए गए थे। अन्य जरूरी बातों के अलावा कंपनियों को प्रॉस्पेक्टस दाखिल करना भी जरूरी होता है।

किस कंपनी ने कितना जुटाया धन?

सेबी के पहले के आदेशों के अनुसार, सनहेवन ने लगभग 7,772 निवेशकों को रिडीमेबल प्रेफरेंस शेयर (आरपीएस) आवंटित किए और 2009-10 और 2012-13 के बीच 11.54 करोड़ रुपये जुटाए और रविकिरण ने 1,176 व्यक्तियों को आरपीएस जारी करके धन जुटाया।

इसके अलावा, जीएसएचपी रियलटेक ने 2012-13 में गैर-परिवर्तनीय प्रतिदेय डिबेंचर (एनसीडी) जारी करके 535 व्यक्तियों से धन एकत्र किया, इन्फोकेयर इंफ्रा ने 90 निवेशकों को एनसीडी आवंटित करके 98.35 लाख रुपये जुटाए और भारत कृषि ने 2012 और 2013 में आरपीएस और एनसीडी जारी करके जनता से धन जुटाया।