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मुनाफावसूली और वैश्विक बिक्री के चलते 738 अंक लुढ़का सेंसेक्स, इन कंपनियों के शेयर गिरे

बीएसई का प्रमुख सूचकांक सेंसेक्स 738.81 अंक की गिरावट के साथ 81 हजार के स्तर से नीचे गिरकर 80604.65 अंक पर बंद हुआ। इसी तरह एनएसई का निफ्टी 269.95 अंक की गिरावट के साथ 24530.90 अंक पर बंद हुआ। शेयर बाजार के जानकारों का कहना है कि बजट से पहले निवेशक सतर्कता बरतते हुए लगातार मुनाफावसूली भी कर रहे हैं।

By Agency Edited By: Ram Mohan Mishra Updated: Fri, 19 Jul 2024 08:44 PM (IST)
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मुनाफावसूली और वैश्विक बिक्री के चलते सेंसेक्स 738 अंक तक लुढ़क गया है।
पीटीआई, नई दिल्ली। मुनाफावसूली और तकनीकी दिक्कतों (IT Outage) के कारण वैश्विक स्तर पर हुई बिक्री के चलते भारतीय शेयर बाजार लगातार चार दिनों की तेजी के बाद शुक्रवार को गिरावट के साथ बंद हुए।

बाजार की मौजूदा स्थिति 

बीएसई का प्रमुख सूचकांक सेंसेक्स 738.81 अंक की गिरावट के साथ 81 हजार के स्तर से नीचे गिरकर 80,604.65 अंक पर बंद हुआ। हालांकि, शुरुआत में यह 81,587.76 अंक के उच्च स्तर तक पहुंचा था।

इसी तरह, एनएसई का निफ्टी 269.95 अंक की गिरावट के साथ 24,530.90 अंक पर बंद हुआ। आईटी आउटेज से कई ब्रोकरेज फर्मों के शेयरों में गिरावट देखी गई। बीएसई में एंजल वन के शेयर 3.42 प्रतिशत, 5पैसा कैपिटल के शेयर 3.15 प्रतिशत, नुवामा वेल्थ मैनेजमेंट के शेयर 2.25 प्रतिशत, मोतीलाल ओसवाल 2.19 प्रतिशत और आइआइएफएल सिक्युरिटीज के शेयर 1.04 प्रतिशत गिरकर बंद हुए।

क्यों आई एकदम से गिरावट? 

बाजार के जानकारों का कहना है कि बजट से पहले निवेशक सतर्कता बरतते हुए मुनाफावसूली भी कर रहे हैं। सेंसेक्स में टाटा स्टील और जेएसडब्ल्यू स्टील के शेयरों में करीब पांच प्रतिशत तक की गिरावट दर्ज की गई।

इन कंपनियों के गिरे शेयर 

टाटा मोटर्स, एनटीपीसी, अल्ट्राटेक सीमेंट, टेक महिंद्रा, बजाज फाइनेंस, पावरग्रिड, महिंद्रा एंड महिंद्रा और रिलायंस इंडस्ट्रीज के शेयर भी गिरकर बंद हुए। इस गिरावट से निवेशकों की संपत्ति में 7.94 लाख करोड़ रुपये की कमी आई है। अब बीएसई में लिस्टेड सभी कंपनियों का बाजार पूंजीकरण घटकर 446.38 लाख करोड़ रुपये या 5.34 ट्रिलियन डालर रह गया है। इससे पहले लगातार चार सत्रों में बीएसई में 1,446.12 अंकों की बढ़ोतरी हुई थी।

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