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छह सत्रों के दौरान सेंसेक्स 2423 अंक बढ़ा, ऑल टाइम हाई का रिकॉर्ड भी बनाया

बाजार विश्लेषकों का कहना है कि विदेशी पूंजी का प्रवाह फिर से शुरू होने और अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल के मूल्य में स्थिरता का भी घरेलू बाजारों को लाभ मिल रहा है। इन छह सत्रों के दौरान गुरुवार को बीएसई सेंसेक्स ने 75418 के सर्वकालिक उच्च स्तर का रिकार्ड भी बनाया है। कारोबार के अंत में सेंसेक्स 7.65 अंक की गिरावट के साथ 75410.39 अंक पर बंद हुआ।

By Jagran News Edited By: Yogesh Singh Updated: Fri, 24 May 2024 10:30 PM (IST)
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22 मई को 5 ट्रिलियन डॉलर के पार जाकर बंद हुआ बीएसई का पूंजीकरण
जेएनएन, नई दिल्ली। सकारात्मक वैश्विक संकेतों और भाजपा की ओर से लगातार तीसरी बार सरकार बनाने के दावों से निवेशकों का भरोसा बढ़ा है। यही कारण है कि बीते छह में से पांच सत्रों के दौरान प्रमुख सूचकांक सेंसेक्स और निफ्टी बढ़त के साथ बंद हुए हैं। इन छह सत्रों में बीएसई के मानक सूचकांक सेंसेक्स में 2,423 अंक और एनएसई के निफ्टी में 756.55 अंकों की बढ़ोतरी हुई है।

इन वजहों से मिल रहा बाजार को लाभ

बाजार विश्लेषकों का कहना है कि विदेशी पूंजी का प्रवाह फिर से शुरू होने और अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल के मूल्य में स्थिरता का भी घरेलू बाजारों को लाभ मिल रहा है। इन छह सत्रों के दौरान गुरुवार को बीएसई सेंसेक्स ने 75,418 के सर्वकालिक उच्च स्तर का रिकार्ड भी बनाया है। हालांकि, शुक्रवार को दोनों प्रमुख सूचकांक कारोबार के दौरान नए उच्च स्तर पर पहुंचने के बाद अंत में मामूली गिरावट के साथ बंद हुआ।

कारोबार के अंत में सेंसेक्स 7.65 अंक की गिरावट के साथ 75,410.39 अंक पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान यह 218.46 अंक बढ़कर 75,636.50 अंक के नए उच्च स्तर तक पहुंचा था। इसी तरह, एनएसई का निफ्टी कारोबार के दौरान पहली बार 23 हजार के स्तर को पार करके 23,026.40 अंक के सर्वकालिक उच्च स्तर तक पहुंचा। अंत में यह 10.55 अंक की गिरावट के साथ 22,957.10 अंक पर बंद हुआ।

एचडीएफसी सिक्युरिटीज के सीईओ धीरज रेली का कहना है कि अनुकूल व्यापक आर्थिक संकेतों, सुधारवादी नीतियों, राजनीतिक स्थिरता, बेहतर मानसून के अनुमान और दुनियाभर में ब्याज दरों में कटौती की शुरुआत की उम्मीदों से निफ्टी में यह हालिया तेजी आई है।

10 सत्रों बाद घटा बीएसई का पूंजीकरण

बीते 11 सत्रों के दौरान सेंसेक्स और निफ्टी में भले ही उतार-चढ़ाव रहा है, लेकिन इस दौरान बीएसई के पूंजीकरण में लगातार 10 सत्रों में वृद्धि रही है। इन 10 सत्रों के दौरान बीएसई के पूंजीकरण में 26.87 लाख करोड़ रुपये की वृद्धि हुई। इस दौरान बाजार पूंजीकरण 420.22 लाख करोड़ रुपये के सर्वकालिक उच्च स्तर तक पहुंचा। इसी दौरान बुधवार 22 मई को बीएसई का पूंजीकरण पहली बार पांच ट्रिलियन डॉलर के पार जाकर बंद हुआ था। हालांकि, शुक्रवार को पूंजीकरण 23,361.05 करोड़ रुपये घटकर 419.99 लाख करोड़ रुपये रहा है।

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