Share Allotment क्या होता है, IPO में शेयर खरीदते समय इन बातों का रखें ध्यान
IPO investment Tips शेयर बाजार में आप स्टॉक के अलावा आईपीओ में भी निवेश कर सकते हैं। कई बार निवेशक आईपीओ में निवेश तो करते हैं पर शेयर अलॉटमेंट के समय उनको शेयर नहीं मिलता है। इस आर्टिकल में जानते हैं कि इसके पीछे की वजह क्या है और आईपीओ में निवेश करते समय किन बातों का ध्यान रखना चाहिए।
By Priyanka KumariEdited By: Priyanka KumariUpdated: Thu, 23 Nov 2023 02:14 PM (IST)
बिजनेस डेस्क, नई दिल्ली। शेयर बाजार में आईपीओ के जरिये भी निवेश किया जा सकता है। इस कारोबारी हफ्ते भी निवेशकों के लिए 5 कंपनियों के आईपीओ खुले थे। इन आईपीओ में सबसे ज्यादा क्रेज टाटा टेक्नोलॉजी (Tata Technologies) के आईपीओ का रहा। बाजार खुलने के चंद मिनटों के बाह ही कंपनी का आईपीओ पूरी तरह से सब्सक्राइब हो गया था। अगर आप भी टाटा टेक के आईपीओ में निवेश करने वाले हैं तो आप 24 नवंबर 2023 तक निवेश कर सकते हैं।
कई बार निवेशक आईपीओ के शेयर में निवेश तो करते हैं पर उनको शेयर अलॉटमेंट में शेयर नहीं मिलता है। इस तरह की परेशानी से बचने के लिए आप टाटा टेक आईपीओ में निवेश करने से पहले कुछ बातों का अवश्य ध्यान रखें।
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सबको शेयर क्यों अलॉट नहीं होते
जब भी कभी किसी कंपनी का कोई आईपीओ ज्यादा सब्सक्राइब हो जाता है तो जाहिर सी बात है कि सभी निवेशकों को स्टॉक नहीं मिलेगा। उदाहरण के तौर पर किसी आईपीओ में रिटेल निवेशकों के लिए 35 फीसदी हिस्सा रिजर्व रखा गया है और आईपीओ में 10 गुना ज्यादा बोलियां मिली है। ऐसे में सभी को शेयर नहीं मिलता है। आईपीओ बोलियों से तात्पर्य है कि 1 शेयर के लिए 10 दावेदार हैं।अगर आईपीओ ओवर सब्सक्राइब नहीं हुआ है तब सभी निवेशकों को शेयर अलॉट होंगे। लेकिन, अगर शेयर ओवर सब्सक्राइब हो जाता है तब लकी ड्रॉ के जरिये अलॉट किया जाता है। यह लकी ड्रॉ कंप्यूटराइज्ड सिस्टम से होता है।
इन बातों का रखें ध्यान
- आपको कभी भी मल्टीपल अकाउंट से अप्लाई करना चाहिए। ऐसे में शेयर अलॉटमेंट की संभावना बढ़ जाती है।
- सेबी द्वारा अलॉटमेंट प्रोसेस है। इसमें 2 लाख रुपये से कम के सभी आवेदनों को एक समान समझा जाएगा। ऐसे में आपको कभी भी बड़ी बिड की जगह आपको मिनिमम बिड लगाना चाहिए।
- आपको हमेशा अपर प्राइस बैंड में निवेश करना चाहिए। यह अलॉटमेंट की संभावना को बढ़ाता है।
- निवेश करने से पहले आपको सभी जानकारी को चेक करना चाहिए। निवेशक को राशि, नाम, डीपी,आईडी, बैंक डिटेल जानकारियों को सही भरना चाहिए।
- अगर आप कंपनी के पैरेंट या होल्डिंग कंपनी के शेयर खरीदते हैं तो यह शेयर अलॉटमेंट के चांस को बढ़ा देता है।