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FY24 के दूसरे छमाही में 28 कंपनियां खोलेंगी अपना IPO, अप्रैल से सितंबर तक 31 आईपीओ हुई बाजार में लिस्ट

चालू वित्त वर्ष की पहली छमाही के दौरान 31 कंपनियों ने आरंभिक सार्वजनिक निर्गम के जरिये 26300 करोड़ रुपये जुटाए हैं। इसमें नंबर गेम ने 35456 करोड़ रुपये जुटाए थे। 14 कंपनियों ने अप्रैल-सितंबर 2022 के दौरान आईपीओ से- 12 हजार करोड़ रुपये की राशि जुटाने की योजना बना रही है। इसमें तीन टेक्नोलाजी कंपनियां शामिल है। अप्रैल-सितंबर 2023 के दौरान इन आईपीओ का औसत आकार 848 करोड़ रुपये रहा।

By AgencyEdited By: Priyanka KumariUpdated: Sun, 08 Oct 2023 07:05 PM (IST)
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FY24 के दूसरे छमाही में 28 कंपनियां खोलेगी अपना IPO
 प्रेट्र, नई दिल्ली: चालू वित्त वर्ष 2023-24 की पहली छमाही में रिकॉर्ड 31 आरंभिक सार्वजनिक निर्गम (आईपीओ) शेयर बाजारों में सूचीबद्ध हुए हैं। अब दूसरी छमाही यानी अक्टूबर 2023 से मार्च 2023 के दौरान 28 आईपीओ बाजारों में सूचीबद्ध होने के लिए तैयार हैं। इन आईपीओ के जरिये कंपनियों की बाजार से 38 हजार करोड़ रुपये जुटाने की योजना है।

प्राइम डेटाबेस की एक रिपोर्ट के अनुसार, 41 अन्य कंपनियों ने आईपीओ के जरिये 44 हजार करोड़ रुपये जुटाने के लिए पूंजी बाजार नियामक सेबी से मंजूरी मांगी है। रिपोर्ट के अनुसार, पहली छमाही यानी अप्रैल-सितंबर 2023 के दौरान आईपीओ के जरिये पूंजी जुटाने में 26 प्रतिशत की कमी रही है और इस दौरान 26,300 करोड़ रुपये की राशि जुटाई गई है। हालांकि, इस अवधि में आइपीओ की संख्या दोगुनी रही है।

अप्रैल-सितंबर 2022 के दौरान 14 आईपीओ के जरिये कंपनियों ने 35,456 करोड़ रुपये जुटाए थे।

प्राइम डेटाबेस के प्रबंध निदेशक प्रणव हल्दिया का कहना है दूसरी छमाही में नए जमाने की तीन टेक्नोलाजी कंपनियां संयुक्त रूप से 12 हजार करोड़ रुपये जुटाने की योजना बना रही हैं। इसमें होटल सेवा प्रदाता कंपनी ओयो सबसे आगे है। ओयो आईपीओ के जरिये 8,300 करोड़ रुपये जुटाने की योजना बना रही है। पहली छमाही में एकमात्र टेक्नोलॉजी कंपनी यात्रा आनलाइन ने सितंबर में आईपीओ के जरिये 775 करोड़ रुपये जुटाए थे।

वित्त वर्ष 2022-23 के दौरान पेटीएम, जोमैटो और नायका जैसी बड़ी टेक्नोलाजी कंपनियों ने आईपीओ के जरिये बाजार से पैसा जुटाया था।

इन कंपनियों के आईपीओ आएंगे

दिग्गज ब्रोकरेज फर्म एंजल वन के अनुसार, दूसरी छमाही में जिन कंपनियों के IPO आने वाले हैं उनमें ओयो, टाटा टेक्नोलॉजीज, जेएनके इंडिया, डोम इंडस्ट्रीज, एपीजे सुरेंद्रा पार्क होटल्स, ईपैक ड्यूरेबल्स, बीएलएस ई-सर्विसेज, इंडिया शेल्टर फाइनेंस कारपोरेशन, सेलो व‌र्ल्ड, आरके स्वामी, फ्लेयर राइटिंग इंडस्ट्रीज, गो डिजिट इंश्योरेंस और क्रेडो ब्रांड्स मार्केटिंग प्रमुख हैं।

19 वर्ष बाद आएगा टाटा समूह की कंपनी का आईपीओ

टाटा टेक्नोलॉजी के रूप में टाटा समूह की किसी कंपनी का 19 वर्ष बाद आईपीओ आएगा। टीसीएस के तौर पर समूह की कंपनी का पिछले आइपीओ 2004 में आया था। टाटा टेक्नोलॉजी टाटा मोटर्स की सब्सिडियरी है जो टेक्नोलॉजी से जुड़े समाधान प्रदान करती है। इस आईपीओ में ऑफर फॉर सेल (ओएफएस) के जरिये 8.11 करोड़ शेयरों की बिक्री होने की उम्मीद है। यह पूरा आईपीओ ओएफएस पर आधारित होगा।

पहली छमाही में मैनकाइंड ने जुटाई सबसे ज्यादा राशि

चालू वित्त वर्ष की पहली छमाही में सबसे बड़ा आईपीओ मैनकाइंड फार्मा का रहा है और इसके जरिये कंपनी ने 4,326 करोड़ रुपये की राशि जुटाई। इसके बाद 2,800 करोड़ रुपये के साथ जेएसडब्ल्यू इन्फ्रास्ट्रक्चर और 1,964 करोड़ रुपये के साथ आरआर केबल का आईपीओ रहा। अप्रैल-सितंबर के दौरान आइपीओ का औसत आकार 848 करोड़ रुपये रहा। कुल 31 में से 21 आइपीओ अगस्त-सितंबर के दौरान आए।

अप्रैल-सितंबर 2023 के दौरान सार्वजनिक इक्विटी के जरिये कुल 73,747 करोड़ रुपये की राशि जुटाई गई है। इसमें पिछले वर्ष के मुकाबले 69 प्रतिशत की वृद्धि रही है। अप्रैल-सितंबर 2022 के दौरान सार्वजनिक इक्विटी के जरिये कुल 43,694 करोड़ रुपये की राशि जुटाई गई थी। प्रणव हल्दिया, प्रबंध निदेशक, प्राइम डेटाबेस के अनुसार क्यूआइबी से 18,400 करोड़ रुपये का निवेश जुटाया।

चालू वित्त वर्ष की पहली छमाही में योग्य संस्थागत निवेशकों (क्यूआइबी) से पैसा जुटाने में चार गुना की वृद्धि रही है। इस अवधि में 20 कंपनियों ने क्यूआइबी से 18,400 करोड़ रुपये की राशि जुटाई है। प्राइम डेटाबेस के अनुसार, पिछले वर्ष समान अवधि में क्यूआइबी से 4,022 करोड़ रुपये की राशि जुटाई गई थी।

पांच कंपनियों का पूंजीकरण 86,234 करोड़ रुपये बढ़ा

बीते सप्ताह बीएसई में सूचीबद्ध शीर्ष-10 में से पांच कंपनियों के बाजार पूंजीकरण में 86,234.73 करोड़ रुपये की बढ़ोतरी हुई। इसमें टीसीएस के पूंजीकरण में सबसे ज्यादा 32,730.22 करोड़ रुपये की वृद्धि हुई। इसके अलावा बजाज फाइनेंस, इन्फोसिस, एचयूएल और एचडीएफसी बैंक का पूंजीकरण भी बढ़ा। वहीं, रिलायंस इंडस्ट्रीज, आईसीआईसीआई बैंक, एसबीआई, आईटीसी और भारती एयरटेल का पूंजीकरण घटा।