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Sensex और Nifty रोज बना रहे नया रिकॉर्ड, शेयर बाजार में निवेश करने से पहले जरूर रखें इन बातों का ध्यान

How to Invest in Share Market सेंसेक्स और निफ्टी इन दिनों उच्चतम स्तर पर कारोबार कर रहे हैं। अगर आप रिकॉर्ड स्तर पर शेयर बाजार में निवेश करने का मन बना रहे हैं तो ये आर्टिकल आपके लिए है। इसमें हमने बताया है कि आपको उच्चतम स्तर पर बाजार में निवेश करने के लिए किस रणनीति को अपनाना और क्या-क्या सावधानियां बरतनी चाहिए।

By Abhinav ShalyaEdited By: Abhinav ShalyaUpdated: Wed, 19 Jul 2023 01:39 PM (IST)
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भारतीय शेयर बाजार उच्चतम स्तर पर है।
नई दिल्ली, बिजनेस डेस्क। भारतीय शेयर बाजार इन दिनों रोज नए-नए रिकॉर्ड बना रहा है। बाजार में रैली देखी जा रही है और बीएसई सेंसेक्स 67,000 अंक और निफ्टी 19,800 के स्तर के आसपास कारोबार कर रहा है। बहुत से निवेशक FOMO (Fear of Missing Out) यानी निवेश करने में पीछे रह गए हैं। ऐसे में निवेशकों के मन में सवाल उठ रहा है कि क्या इन स्तरों पर भी बाजार में निवेश किया जा सकता है?

All Time High पर बाजार में निवेश की क्या रणनीति अपनाएं?

अगर आप इन स्तरों पर निवेश की योजना बना रहे हैं तो कुछ बातों का ध्यान रखना बेहद जरूरी है। इससे आपको रिटर्न हासिल करने में मदद मिलेगी।

लंबी अवधि का नजरिया रखें

बाजार में माना जाता है कि जो निवेशक लंबी अवधि में सही रणनीति के साथ अच्छे शेयरों में टिकते हैं वो ही बाजार में पैसा कमाते हैं। ऐसे में निवेशकों को इस समय निवेश करते समय अपने नजरिए को लंबी अवधि का रखना चाहिए।

टुकड़ों में निवेश करें

निवेश करने का हमेशा एक अच्छा तरीका है कि आप टुकड़ों में निवेश करें। इसका फायदा ये है कि आपको बाजार में आने वाले उतार-चढ़ाव का पूरा फायदा मिल सकेगा। सभी कीमतों पर निवेश करने का मौका मिलेगा। इसके लिए आप एसआईपी का तरीका भी अपना सकते हैं या फिर सीधे किसी भी शेयर में निवेश कर सकते हैं।

स्टॉक सलेक्शन में सावधानी बरतें

बाजार की रैली में अक्सर देखा जाता है कि अच्छे शेयरों के साथ कम गुणवत्ता वाले शेयर भी दौड़ने लगते हैं। इस कारण से शेयर की कीमत अपनी सही वैल्यू से काफी अधिक हो जाती है। इससे निवेशक को बचना चाहिए, क्योंकि जब भी रैली के दौरान करेक्शन आता है तो इन शेयरों की पिटाई सबसे पहले होती है।

रिस्क को पहचाने

कहीं भी निवेश करने से पहले आपको अपनी रिस्क क्षमता को पहचाना चाहिए। इसका सबसे आसान तरीका है कि आप तय कर लें कि इतने रुपये का अगर आपको नुकसान हो जाता है तो आप पर कोई फर्क नहीं पड़ने वाला है।