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विदेशी निवेशकों की बिकवाली जारी, भारी उतार-चढ़ाव के बाद सपाट बंद हुए सेंसेक्स, निफ्टी

एशियन पेंट्स टाटा स्टील बजाज फाइनेंस महिंद्रा एंड महिंद्रा जेएसडब्ल्यू स्टील एनटीपीसी अडानी पोर्ट्स बजाज फिनसर्व और लार्सन एंड टूब्रो लाल निशान में बंद हुए। एशियन पेंट्स में सबसे अधिक 8 फीसदी की गिरावट आई। वहीं पावर ग्रिड एचसीएल टेक्नोलॉजीज इंफोसिस टेक महिंद्रा टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज और आईसीआईसीआई बैंक हरे निशान में रहे। आइए जानते है कि कुल मिलाकर शेयर बाजार का प्रदर्शन कैसा रहा।

By Jagran News Edited By: Suneel Kumar Updated: Mon, 11 Nov 2024 04:53 PM (IST)
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निफ्टी 6.90 अंक या 0.03 प्रतिशत की मामूली गिरावट के साथ 24,141.30 पर बंद हुआ।
बिजनेस डेस्क, नई दिल्ली। बेंचमार्क शेयर सूचकांक सेंसेक्स और निफ्टी सोमवार को अत्यधिक उतार-चढ़ाव भरे कारोबार में सपाट हुए। एफआईआई की लगातार बिकवाली, निराशाजनक तिमाही नतीजे और एशियाई बाजारों से कमजोर रुझानों ने निवेशकों की धारणा को प्रभावित किया।

बेंचमार्क सेंसेक्स भारी उतार-चढ़ाव से झूलने के बाद 9.83 अंक या 0.01 प्रतिशत की बढ़त के साथ 79,496.15 के स्तर पर बंद हुआ। इसने कारोबारी सत्र के दौरान 80,102.14 का हाई और 79,001.34 का लो बनाया। इसका मतलब कि इसमें 1,100.8 अंकों का उतार-चढ़ाव दिखा। वहीं, एनएसई निफ्टी 6.90 अंक या 0.03 प्रतिशत की मामूली गिरावट के साथ 24,141.30 पर बंद हुआ।

सेंसेक्स के 30 शेयरों वाले शेयरों में एशियन पेंट्स में 8 प्रतिशत से अधिक की गिरावट आई। कंपनी ने शनिवार को बताया कि सितंबर तिमाही में उसका समेकित शुद्ध लाभ 43.71 प्रतिशत घटकर 693.66 करोड़ रुपये रह गया। कमजोर मांग, सामग्री मूल्य मुद्रास्फीति और घरेलू बाजार में सजावटी और कोटिंग्स कारोबार में गिरावट के कारण यह गिरावट आई।

विदेशी निवेशकों की बिकवाली

एक्सचेंज के आंकड़ों के अनुसार, विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) ने शुक्रवार को 3,404.04 करोड़ रुपये के शेयर बेचे। मेहता इक्विटीज लिमिटेड के वरिष्ठ उपाध्यक्ष (शोध) प्रशांत तापसे ने कहा कि भारतीय बाजार दबाव में हैं, जिसका मुख्य कारण विदेशी निवेशकों की लगातार बिकवाली है।

जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा, "एफआईआई की बिकवाली भारतीय बाजार को आगे नहीं बढ़ने दे रही। विदेशी निवेशक कमजोर तिमाही नतीजों की वजह से निकासी कर रहे हैं और डोनाल्ड ट्रंप के सत्ता में आने के बाद अमेरिकी मार्केट को लेकर उनकी उम्मीदें भी बढ़ी हैं।"

हालांकि, आईटी सेक्टर मजबूत अमेरिकी डॉलर और अमेरिकी आईटी खर्च में सुधार की उम्मीद के कारण बेहतर प्रदर्शन कर रहा है।" नायर ने कहा कि भारत भी सीपीआई डेटा का इंतजार कर रहा है, क्योंकि खाद्य कीमतें मासिक आधार पर अधिक रहने की संभावना है। इससे आरबीआई को अल्पावधि में ब्याज दरों में कमी न करने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है।

एशियाई बाजारों की बात करें, तो सियोल और हांगकांग में गिरावट आई, जबकि टोक्यो और शंघाई में तेजी रही। यूरोपीय बाजारों में मजबूती के साथ कारोबार हुआ। शुक्रवार को वॉल स्ट्रीट हरे निशान में बंद हुआ था। वैश्विक तेल बेंचमार्क ब्रेंट क्रूड 0.83 प्रतिशत गिरकर 73.26 डॉलर प्रति बैरल पर आ गया। शुक्रवार को बीएसई बेंचमार्क गेज 55.47 अंक या 0.07 प्रतिशत की गिरावट के साथ 79,486.32 पर बंद हुआ। निफ्टी 51.15 अंक या 0.21 प्रतिशत गिरकर 24,148.20 पर आ गया।