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Elon Musk की Tesla के भारत आने पर टॉप गियर में आएंगे ये शेयर, क्या आपने लगाया है पैसा?

एलन मस्क (Elon Musk) ने भारत आने और पीएम नरेंद्र मोदी से मुलाकात का एलान किया है। इस मुलाकात के दौरान भारत में Tesla और Starlink के भविष्य के बारे में कुछ अहम फैसले भी हो सकते हैं। अगर मस्क की टेस्ला भारत आती है तो उसके कंपोनेंट सप्लायर को भी बड़ा फायदा हो सकता है। और इसका सीधा असर उनके शेयरों पर भी पड़ेगा। आइए जानते हैं पूरी खबर।

By Suneel Kumar Edited By: Suneel Kumar Updated: Sat, 13 Apr 2024 03:29 PM (IST)
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टेस्ला की एंट्री के बारे में एलन मस्क भारत आकर पीएम मोदी से मिलने वाले हैं।
बिजनेस डेस्क, नई दिल्ली। अमेरिका के अरबपति कारोबारी एलन मस्क (Elon Musk) ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'X' पर भारत आने और पीएम नरेंद्र मोदी से मुलाकात का एलान किया है। उम्मीद है कि इस दौरान भारत में Tesla और Starlink के भविष्य के बारे में कुछ अहम फैसले भी हो सकते हैं। अगर मस्क की टेस्ला भारत आती है, तो उसके कंपोनेंट सप्लायर को भी बड़ा फायदा हो सकता है। और इसका सीधा असर उनके शेयरों पर भी पड़ेगा।

भारत क्यों आ रहे एलन मस्क?

पिछले दिनों सरकार ने नई इलेक्ट्रिक व्हीकल पॉलिसी का एलान किया। इसमें भारत में मैन्युफैक्चरिंग प्लांट लगाने का वादा करने वाली कंपनियों के लिए आयात शुल्क में छूट देने का प्रावधान है। माना जा रहा है कि टेस्ला समेत कई बड़ी ईवी कंपनियां इसका फायदा उठाने भारत आ सकती हैं।

यही वजह है कि एलन मस्क के भारत में आने को टेस्ला की भारत में एंट्री से जोड़कर देखा जा रहा है। माना जा रहा है कि पीएम नरेंद्र मोदी से मुलाकात में मस्क एलान कर सकते हैं कि टेस्ला भारत में कितना निवेश करेगी और उसका प्लांट कहां लगेगा।

कौन-कौन कंपनियां हैं टेस्ला की सप्लायर

ब्लूमबर्ग सप्लायर डेटाबेस के मुताबिक, भारत में टेस्ला के पांच सप्लायर्स हैं- सोना BLW प्रिसिजन फोर्जिंग्स, हिंडाल्को, समवर्धन मदरसन इंटरनेशनल, सुप्रजीत इंजीनियरिंग और वैरोक इंजीनियरिंग। वहीं, संधार टेक्नोलॉजीज और भारत फोर्ज भी उसकी कंपोनेंट सप्लायर मानी जाती हैं।

अगर टेस्ला भारत में अपना कारखाना लगाती है, तो इनमें कंपनियों को सीधे तौर पर फायदा होगा। उन्हें टेस्ला की ओर से और भी ज्यादा डिमांड मिलेगी।

मस्क के एलान का शेयरों पर असर

मस्क की टेस्ला की भारत में निवेश की संभावनाओं के जोर पकड़ते ही संधार टेक्नोलॉजीज (Sandhar Technologies) और सोने BLW प्रेसिजन (Sona BLW Precision) में तेजी दिखी। SKF India के शेयर में भी उछाल आया। टेस्ला ने जब 2008 में अपनी पहली स्पोर्ट्स कार लॉन्च की थी, तो SKF इंडिया की पैरेंट कंपनी ने उसके साथ काम किया था।

वहीं, Sandhar Technologies की बात करें, तो इसने टेस्ला के मॉडल 3 के लिए वाइपर सिस्टम एसेंबली के लिए दो कंपोनेंट्स बनाए हैं। उसके बाद से यह लगातार टेस्ला के लिए कंपोनेंट्स बना रही है। Suprajit Engineering भी टेस्ला की सप्लायर है और इसके शेयरों में भी उछाल दिखा।

वैरक इंजीनियरिंग (Varroc Engineering) को टेस्ला ने पहला ऑर्डर 2017 में दिया था। इसने टेस्ला के कुछ मॉडल में पूरा लाइटिंग सिस्टम उपलब्ध कराया था। उसके बाद से टेस्ला ने इसे कई ऑर्डर दिए हैं।

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