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Hyundai IPO में पैसे लगाएं या नहीं, मारुति और टाटा मोटर्स के मुकाबले कितना सही है वैल्यूएशन?

Hyundai Motor India IPO हुंडई मोटर इंडिया जल्द ही 27870 करोड़ रुपये जुटाने के लिए आईपीओ लाएगी। यह सब्सक्राइब के लिए 15 अक्टूबर से खुलेगा। यह भारत का सबसे बड़ा आईपीओ होगा। हुंडई मोटर इंडिया का प्रस्तावित आईपीओ पूरी तरह से ऑफर फॉर सेल (OFS) है। इसका मतलब है कि आईपीओ का पूरा पैसा पैरेंट कंपनी हुंडई को जाएगा।

By Jagran News Edited By: Suneel Kumar Updated: Fri, 11 Oct 2024 05:29 PM (IST)
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हुंडई के आईपीओ का प्राइस बैंड 1,865-1,960 रुपये प्रति शेयर है।
बिजनेस डेस्क, नई दिल्ली। हुंडई मोटर इंडिया लिमिटेड (HMIL) का आईपीओ 15 अक्टूबर से सब्सक्रिप्शन के लिए खुलेगा। यह आईपीओ पूरी तरह से ऑफर फॉर सेल (OFS) है और इससे मिलने वाला पैसा HMIL की पैरेंट कंपनी और दक्षिण कोरियाई ऑटोमेकर हुंडई (Hyundai) को जाएगा। आइए जानते हैं कि इस आईपीओ में पैसे लगाने चाहिए या नहीं।

कितना होगा प्राइस बैंड

हुंडई के आईपीओ का प्राइस बैंड 1,865-1,960 रुपये प्रति शेयर है। यह भारत का सबसे बड़ा आईपीओ होगा, जो एलआईसी के 21,000 करोड़ रुपये के आईपीओ को पीछे छोड़ देगा। रिटेल इन्वेस्टर्स 15 अक्टूबर से 17 अक्टूबर तक आईपीओ में पैसे लगा सकेंगे। अलॉटमेंट 18 अक्टूबर को होगा। हुंडई की BSE और NSE पर एंट्री 22 अक्टूबर को होगी। इश्यू का रजिस्ट्रार केफिन टेक है।

ब्रोकरेज फर्म की राय

ब्रोकरेज का मानना है कि हुंडई के मार्केट शेयर और ग्रोथ को देखते हुए उसका आईपीओ सब्सक्राइब करने लायक है। LPK सिक्योरिटीज ने हुंडई के आईपीओ को सब्सक्राइब रेटिंग दी है। ब्रोकरेज फर्म का कहना है कि हुंडई मोटर इंडिया लिमिटेड (HMI) घरेलू बाजारों में पैसेंजर व्हीकल सेगमेंट दूसरी सबसे बड़ी प्लेयर है।

हुंडई लगभग तीन दशकों से भारतीय बाजारों में है और उद्योग के उतार-चढ़ाव से गुजरा है। HMI भारत में एक अच्छी तरह से स्थापित खिलाड़ी है, जिसकी ग्रामीण और शहरी बाजारों में लगभग समान पैठ है। वे भारत में प्रतिष्ठित ब्रांड लॉन्च करते रहे हैं और प्रत्येक इंजन प्रकार की कारों में मजबूती से मौजूद हैं। LPK सिक्योरिटीज का मानना है कि यह मारुति सुजुकी की तरह ही भारतीय बाजार में सफल हो सकती है।

हुंडई का वैल्यूएशन

एलकेपी सिक्योरिटीज लिमिटेड के इक्विटी रिसर्च एनालिस्ट अश्विन पाटिल ने हुंडई आईपीओ की मारुति सुजुकी, टाटा मोटर्स और महिंद्रा एंड महिंद्रा (M&M) के वैल्यूएशन से तुलना पर अपनी राय जाहिर की। उन्होंने कहा कि, 'अगर वैल्यूएशन के लिहाज से देखें, तो तुलना सिर्फ मारुति सुजुकी इंडिया और हुंडई मोटर इंडिया के बीच हो सकती है, क्योंकि यही दोनों सिर्फ पैसेंजर व्हीकल सेगमेंट में हैं। टाटा मोटर्स और महिंद्रा एंड महिंद्रा जैसी कंपनियां कमर्शियल व्हीकल भी बनाती हैं। इसलिए उनसे तुलना करने पर सही वैल्यूएशन नहीं मिलेगा।'

उन्होंने वैल्यूएशन पर आगे कहा, 'जहां तक मारुति का सवाल है, यह FY 24 की आय के 29x-30x पर कारोबार कर रहा है। वहीं, HMI अपने IPO प्राइस बैंड की अपर लिमिट यानी 1960 पर 26x पर कारोबार कर रहा है। यह मुझे वाजिब लगता है। हुंडई मोटर्स के साथ 15 फीसदी बाजार हिस्सेदारी, मजबूत रिटर्न अनुपात, 13%+ मार्जिन, SUV सेगमेंट से आने वाले 68 फीसदी वॉल्यूम जैसे कम पॉजिटिव फैक्टर हैं। इसे लॉन्ग टर्म के लिए सब्सक्राइब किया जा सकता है।'

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