Explainer: क्यों बढ़ रहा चांदी का दाम, कहां से आ रही डिमांड? जानिए पूरी डिटेल
पिछले कुछ समय से चांदी के दाम लगातार तेजी से बढ़ रहे हैं। यह नए उच्चतम स्तर 93000 रुपये प्रति किलो पर पहुंच गई है। इस साल फरवरी से चांदी के भाव 16000 रुपये बढ़ चुका है। आइए एक्सपर्ट से जानते हैं कि चांदी का किन चीजों में इस्तेमाल होता है और इसकी कीमतों में तेज उछाल की क्या वजह है।
बिजनेस डेस्क, नई दिल्ली। पिछले कुछ समय से चांदी के दाम लगातार तेजी से बढ़ रहे हैं। यह नए उच्चतम स्तर 93,000 रुपये किलो पर पहुंच गई है। तेजी का यह मौजूदा दौर करीब तीन महीने पहले शुरू हुआ। 14 फरवरी को चांदी का भाव ठीक 74,000 रुपये प्रति किलो था। लेकिन, उसके बाद से इसमें लगभग 19,000 रुपये का उछाल आ चुका है।
आइए एक्सपर्ट से जानते हैं कि चांदी का किन चीजों में इस्तेमाल होता है और इसकी कीमतों में तेज उछाल की क्या वजह है।
क्या जेवरात हैं दाम बढ़ने की वजह?
भारतीयों का सोने और चांदी से लगाव कोई छिपी बात नहीं। भू-राजनीतिक तनाव की वजह से पिछले कुछ समय के दौरान गोल्ड की कीमतें काफी तेजी से बढ़ी हैं। भारत समेत दुनियाभर के केंद्रीय बैंक भी गोल्ड रिजर्व बढ़ा रहे हैं, ताकि अचानक आने वाली मुश्किलों का मुकाबला किया जा सके।
भारत में चांदी की डिमांड पूरी करने में हिंदुस्तान जिंक लिमिटेड (HZL) की अहम भूमिका है। इसके CEO अरुण मिश्रा का कहना है कि सोने का भाव बढ़ने के लिए जेवरात के शौकीनों ने चांदी का रुख किया है। इसमें बड़ी संख्या नौजवानों की है। इससे चांदी की डिमांड बढ़ रही है और उसका असर कीमतों पर भी दिख रहा है।
कहां होता है चांदी का इस्तेमाल?
सोने और चांदी का जिक्र भले ही एकसाथ होता हो, लेकिन दोनों को एक जैसा नहीं माना जाता। इनका इस्तेमाल भी अलग-अलग होता है। चांदी की बात करें, यह सोने के मुकाबले कम दुर्लभ है। इस वजह से इसका दाम भी कम है। सोने का जेवरात और निवेश को छोड़कर ज्यादा इस्तेमाल नहीं होता। लेकिन, चांदी का जेवरात से ज्यादा इंडस्ट्रियल इस्तेमाल अधिक होता है। खासकर, कंज्यूमर इलेक्ट्रॉनिक्स इंडस्ट्री में।
चांदी इलेक्ट्रिक स्विच, सोलर पैनल और RFID चिप्स का प्रमुख घटक है। इसका तकरीबन सभी कंप्यूटर, मोबाइल फोन, ऑटोमोबाइल और इक्विपमेंट में इस्तेमाल होता है। पिछले साल चांदी की ग्लोबल डिमांड में करीब 11 प्रतिशत का उछाल आया है।