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Sovereign Gold Bond से करें सोने में निवेश की शुरुआत; जानिए मैच्योरिटी, रिटर्न से जुड़े सभी सवालों के जवाब

Sovereign Gold Bond की नई किस्त आज से निवेशकों के लिए खुल गई है। कोई भी निवेशक इसमें 15 सितंबर तक निवेश कर सकता है। सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड को आरबीआई की ओर से जारी किया जाता है। इसमें ऑनलाइन निवेश करने पर 50 रुपये प्रति ग्राम की छूट निवेशकों को दी जाती है। इस बार SGB का रेट 5923 रुपये प्रति ग्राम तय किया गया है।

By Abhinav ShalyaEdited By: Abhinav ShalyaUpdated: Mon, 11 Sep 2023 03:40 PM (IST)
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सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड की नई किस्त 11 सितंबर से खुल गई है।
नई दिल्ली, बिजनेस डेस्क। भारतीय रिजर्व बैंक की ओर से जारी की गई सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड की नई किस्त सोमवार (11 सितंबर,2023) से खुल गई है। सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड की इस नई किस्त में सोने का रेट 5,923 रुपये प्रति ग्राम तय किया गया है। ये इश्यू 15 सितंबर तक खुला रहेगा।

आरबीआई की ओर से दी गई जानकारी के मुताबिक, सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड की कीमत सब्सक्रिप्शन खुलने से पहले के तीन दिन की 24 कैरेट के सोने की क्लोजिंग के आधार पर तय की जाती है। इस बार ये रेट 5,923 रुपये प्रति ग्राम है।

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बॉन्ड की खरीद पर मिल रहा 50 रुपये का डिस्काउंट

अगर आप सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड ऑनलाइन खरीदते हैं तो आरबीआई की ओर से 50 रुपये प्रति ग्राम का अतिरिक्त डिस्काउंट दिया जा रहा है। इस तरह सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड को ऑनलाइन 5,873 रुपये प्रति ग्राम की दर पर खरीदा जा सकता है।

 

अक्सर पूछे जाने वाले सवाल

सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड एक बॉन्ड होता है। इसकी कीमत 24 कैरेट के फिजिकल गोल्ड के बराबर ही है। सरकार ने इसे बाजार में सोने की मांग को कम करने के लिए 2015 में लॉन्च किया था। इसका सबसे बड़ा फायदा यह है कि इसमें आप बाजार से कम कीमत पर सोना खरीद सकते हैं और बॉन्ड रखने की अवधि तक 2.5 प्रतिशत का ब्याज सरकार देती है।

सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड में पूरी तरह से 24 कैरेट के सोने की कीमत से लिंक होते हैं। आरबीआई की ओर से जारी होने के कारण सरकार की इसमें गारंटी होती है और इसमें रकम डूबने का भी कोई खतरा नहीं होता। इसमें 2.5 प्रतिशत का सालाना ब्याज भी दिया जाता है। समय के साथ-साथ सोने की कीमत के साथ आपको ब्याज का भी फायदा आपको मिलता है।

यह आपके चुनने के आधार पर है। दोनों ही निवेश सुरक्षित विकल्प हैं। अगर आप केवल सोने में निवेश करना चाहते हैं तो फिर सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड एक अच्छा निवेश हो सकता है। इसमें बाजार के साथ-साथ ब्याज का भी फायदा आपको मिलता है। सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड की मैच्योरिटी 8 साल बाद होती है। वहीं, एफडी में सालाना आधार पर केवल ब्याज मिलती है। इसमें मैच्योरिटी को लेकर सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड की तुलना में अधिक लचीलापन होता है।

सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड की मैच्योरिटी अवधि आठ साल की होती है। हालांकि, पांच साल पूरे होने के बाद भी पास पैसा निकाल सकते हैं। सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड की मैच्योरिटी पूरी होने के बाद ब्याज सहित पैसा आपके बैंक अकाउंट में क्रेडिट कर दिया जाता है।

सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड की मैच्योरिटी से पहले सभी निवेशकों को नोटिस दिया जाता है। इसके बाद मैच्योरिटी पर राशि ब्याज सहित निवेशक के खाते में क्रेडिट कर दी जाती है।

सरकार की ओर से सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड पर 2.5 प्रतिशत का ब्याज दिया जाता है। मैच्योरिटी पर रिटर्न कितना मिलेगा। इसकी गणना आप निवेश के समय नहीं कर सकते हैं क्योंकि ये पूरी तरह से 24 कैरेट के सोने की कीमत से लिंक होते हैं।