Indian Economy पर अंतरराष्ट्रीय एजेंसियां बोलीं - वैश्विक धीमेपन का भारत पर असर कम, क्रेडिट ग्रोथ भी शानदार
Indian Economy एसएंडपी ग्लोबल रेटिंग्स का कहना है कि अर्थव्यवस्था में घरेलू मांग के चलते वैश्विक धीमेपन का भारत पर असर कम होगा। हालांकि वित्त वर्ष 2022-23 में विकास दर के अनुमान को घटाकर 7 प्रतिशत कर दिया है।
By Abhinav ShalyaEdited By: Updated: Mon, 28 Nov 2022 02:48 PM (IST)
नई दिल्ली, बिजनेस डेस्क। एसएंडपी ग्लोबल रेटिंग्स (S&P Global Ratings) ने सोमवार को भारतीय अर्थव्यवस्था के चालू वित्त वर्ष के विकास दर अनुमान को घटाकर 7 प्रतिशत कर दिया। इसके साथ रेटिंग एजेंसी ने कहा कि घरेलू मांग में तेजी के कारण वैश्विक अर्थवयवस्था में आ रहे धीमेपन का भारतीय अर्थव्यवस्था पर काफी कम प्रभाव होगा।
एसएंडपी की ओर से सितंबर में जारी किए अनुमानों में बताया गया था कि वित्त वर्ष 2022-23 में भारतीय अर्थव्यवस्था 7.3 प्रतिशत की दर से विकास कर सकती है। वहीं, अगले वित्त वर्ष 2023-24 में ये दर 6.5 प्रतिशत हो सकती है।
एसएंडपी ग्लोबल रेटिंग्स एशिया-पैसिफिक के प्रमुख अर्थशास्त्री लुइस कुइज ने कहा कि भारतीय अर्थव्यवस्था में बेहतर मांग होने के कारण वैश्विक स्तर पर आ रहे धीमेपन का असर कम होगा। चालू वित्त वर्ष में भारतीय अर्थव्यवस्था की विकास दर 7 प्रतिशत रह सकती है,जो कि पिछले साल 6 प्रतिशत रहने की संभावना है।