KAL एयरवेज से 450 करोड़ रुपये रिफंड मांगेगी SpiceJet, क्या है इसके पीछे की वजह
स्पाइसजेट दिल्ली उच्च न्यायालय के फैसले के बाद एयरलाइन के पूर्व प्रवर्तक कलानिधि मारन और उनकी कंपनी केएएल एयरवेज को भुगतान किए गए कुल 730 करोड़ रुपये में से 450 करोड़ रुपये का रिफंड मांगेगी। बता दें कि इसमें समें मूलधन के 580 करोड़ रुपये और ब्याज के अतिरिक्त 150 करोड़ रुपये शामिल हैं। आइये इसके बारे में जानते हैं।
पीटीआई, नयी दिल्ली। स्पाइसजेट ने बुधवार को कहा कि वह दिल्ली उच्च न्यायालय के फैसले के बाद एयरलाइन के पूर्व प्रवर्तक कलानिधि मारन और उनकी कंपनी केएएल एयरवेज को भुगतान किए गए कुल 730 करोड़ रुपये में से 450 करोड़ रुपये का रिफंड मांगेगी।
अदालत की एक खंडपीठ ने 17 मई को एकल न्यायाधीश पीठ के आदेश को रद्द कर दिया, जिसने एक मध्यस्थ पुरस्कार को बरकरार रखा था, जिसमें स्पाइसजेट और उसके प्रमोटर अजय सिंह को मारन को 579 करोड़ रुपये और ब्याज वापस करने के लिए कहा गया था।
स्पाइसजेट ने दायर की अपील
पीठ ने 31 जुलाई, 2023 को पारित एकल न्यायाधीश के आदेश को चुनौती देने वाली सिंह और स्पाइसजेट द्वारा दायर अपील को स्वीकार कर लिया और मध्यस्थ पुरस्कार को चुनौती देने वाली याचिकाओं पर नए सिरे से विचार करने के लिए मामले को संबंधित अदालत में वापस भेज दिया।यह भी पढ़ें -Gold की कीमतों में आई तेजी के बाद भर रही है व्यापारियों की झोली, FY25 में 17-19 फीसदी बढ़ेगा रेवेन्यू: CRISIL
इस बैंकग्राउंड में एयरलाइन ने बुधवार को एक नियामक फाइलिंग में कहा कि वह मारन और केएएल एयरवेज को भुगतान किए गए 730 करोड़ रुपये में से 450 करोड़ रुपये की वापसी की मांग करेगी।
एयरलाइन ने कहा कि स्पाइसजेट ने मारन और केएएल एयरवेज को कुल 730 करोड़ रुपये का भुगतान किया है, जिसमें मूलधन के 580 करोड़ रुपये और ब्याज के अतिरिक्त 150 करोड़ रुपये शामिल हैं। विवादित आदेश को रद्द करने के साथ, स्पाइसजेट को 450 करोड़ रुपये का रिफंड मिलना तय है।
बीएसई पर दोपहर के कारोबार में स्पाइसजेट के शेयर 2.62 प्रतिशत बढ़कर 62.60 रुपये पर पहुंच गए।यह भी पढ़ें -क्या होता है Maternity Insurance, कैसे करें सही प्लान का चुनाव? यहां जानें जवाब