Steel Import: स्टील आयात पर नजर रखने की जरूरत: टीवी नरेंद्रन
आयात को लेकर सतर्क रहना होगा। TV Narendran ने कहा चालू वित्त वर्ष 2024-25 में स्टील की खपत 8-10 प्रतिशत बढ़ने की उम्मीद है। इस्पात निर्माता चीन सहित कुछ देशों से बढ़ते आयात पर चिंता जता रहे हैं और इस मुद्दे पर सरकार से हस्तक्षेप की मांग कर रहे हैं। घरेलू निर्माता भी आयात पर अंकुश लगाने मांग कर रहे हैं।
पीटीआई, नई दिल्ली। टाटा स्टील के सीईओ टीवी नरेंद्रन ने कहा है कि स्टील आयात पर नजर रखने की जरूरत है। उनका यह बयान ऐसे समय आया है जब भारत ने वित्त वर्ष 2023-24 के दौरान इस्पात आयात में 38 प्रतिशत की वृद्धि के साथ 80 लाख टन की वृद्धि दर्ज की है, जो कमोडिटी का शुद्ध आयातक बन गया है। इंडस्ट्री एक्जीक्यूटिव ने कहा कि अगर स्थिति लंबे समय तक जारी रहा तो दुख की बात होगी।
स्टील खपत बढ़ने की उम्मीद
हमें आयात को लेकर सतर्क रहना होगा। उन्होंने कहा कि चालू वित्त वर्ष 2024-25 में स्टील की खपत 8-10 प्रतिशत बढ़ने की उम्मीद है। इस्पात निर्माता चीन सहित कुछ देशों से बढ़ते आयात पर चिंता जता रहे हैं और इस मुद्दे पर सरकार से हस्तक्षेप की मांग कर रहे हैं।
घरेलू निर्माता भी आयात पर अंकुश लगाने और कई देशों के साथ मुक्त व्यापार समझौतों (एफटीए) की समीक्षा की मांग कर रहे हैं। नरेंद्रन ने कहा कि मुझे नहीं लगता कि एफटीए की समीक्षा करना आसान होगा। लेकिन यह सरकार को तय करना है।
बिगमिंट (पूर्व में स्टीलमिंट) के आंकड़ों के अनुसार कि वित्त वर्ष 2024 में भारत का कच्चे इस्पात का उत्पादन लगभग 14 प्रतिशत बढ़कर 14.4 करोड़ टन हो गया, जो वित्त वर्ष 2023 में 12.6 करोड़ टन था। तैयार स्टील की खपत 13.6 मीट्रिक टन रही जो एक साल पहले की अवधि में 12 करोड़ टन था।
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